Thursday, 12 April 2018

सिद्ध योग बाबा बालकनाथ जी कृपा साधना

सिद्ध योग बाबा बालकनाथ जी कृपा साधना

आदेश आदेश मैं आपका सनी शर्मा फिर से हाज़िर हूँ एक बार नई साधना के साथ यह शब्द देखने मैं चाहिए कुछ बी हो लेकिन यह मैं खुद पढता हूँ यही मेरा पहला मंत्र है था बाबा बालकनाथ जी की थोड़ी बहुत जो बी कृपा हुई है इसी मंत्र से हुई है ! क्युकी यह शब्द मुझे मेरे किस बही ने दिए थे जब मैं उनके पास मिलने गया था ! और मैंने यह मंत्र की  सिर्फ कुछ  माला की थी जयदा नहीं की है लेकिन बाबा जी की कृपा बहुत ज्यादा हुई बाबा जी की ! नाथ पंथ के जितने बी शाबर मंत्र है जा वैदिक है तो याद रहे नथो की सेवा मैं आप सभी को सम्भोग (सेक्स) काम करना है जा बंद करना होगा जितने दिन की सेवा लगनी है ! 

मंत्र शाबर 

ॐ सिधाएँ नमः 
OM SHIDHAYE NAMAH 

यह मंत्र है आपको इस मंत्र का जाप करना है आपकी अपनी सुबिदा के अनुसार करना है आपको करना है जैसे के १ माला जा फिर आप अपने अनुसार करके हो ! बाकि साधना काल मैं इस्त्री  से दूर रहना है आपको और एक बार और है यह मंत्र लेडीज बी कर सकती है लेकिन बाबा जी का सामान जो पढ़ा है उसको काम टच करना है लेडीज को क्युकी बाबा बी बरम्हचारि थे इसलिए और पीरियड टाइम मैं लेडीज सिर्फ मांसक जाप करे लेकिन आसान  पर नहीं बैठना है और मानसिक जाप ही करना 
है और कुछ नहीं करना है बाकि टाइम आपको पता है पूजा टाइम मैं देसी घी का दीपक धुप और अगरबत्ती बी लगानी है ! माला रुद्राकाश की लेनी है आपको ! और यह साधना आपको जेटसः ऐतवार से सुरु करनी है और आपको यह सवा महीना करनी है ! और हर संडे को बाबा जी के नाम का रॉट देना है और कच्ची लस्सी का छिड़काव करना है ! और गाये के उपले (गोटे) पर आपको रॉट लगाना है और १२५००० जाप करना है आपको साधना काल मैं जो बी अनुभूत होगा किसी को नहीं बताना है आपको मेरे ईमेल ईद पर मुझे बता सकते हो आप सभी और जाप पूरा हो जाने आपको इस मंत्र का हवन करना है वो आप अणि सुबदीअ के अनुसार आकर सकते हो लेकिन ११ माला जरुई देना और बाबा जी से प्रे करना के आपकी कृपा हम सब पर बानी रहे ! अलख आदेश सनी शर्मा नाथ पंथ शाबर मंत्र शिव गोरक्षधाम सतनाली गोगामेड़ी शाबर मंत्र मण्डली एक गुज़ारिश और आपसे मेरे लिए प्रे करना के मैं प्रचार और ऐसे ही आप सभी की हेल्प करता रहु और मेरे बाबा जी की कृपा सदा ही सब पर बानी रहे ! ॐ शिव गोरक्ष ॐ नमः शिवाये जय हो मेरी सच्ची सर्कार जय जय माता रानी की सनी शर्मा 

तंत्र किरिया कैसे की जाती है

तंत्र किरिया कैसे की जाती है 

तंत्र मंत्र यन्त्र यह ३ प्रकार है लेकिन तंत्र मैं टोटके आते आज कल बहुत से उपाय दिए जाते है जैसे के यूट्यूब और सोशल मीडिया पर जैसे के ७ मिर्चा , ७ काली मिर्च , १ नारिया यही सारी तंत्र मैं यूज़ होती है ! तंत्र मैं छोटे छोटे टोटके आते है जैसे के भैरो बाबा जी की पूजा मैं उनके नाम का भोग दे कर काम लिया जाता है और साथ मैं काली माता की आन दे कर काम लिया जाता है ! इसलिए गुरु का होना यहाँ पर जरूरी होता है क्युकी आप तंत्र की किसी बी किरिया को बिन गुरु के अपने कुछ नहीं करना है इसलिए गुरु जी का नाम ले कर ही सब कुछ किया जाता है ! क्युकी तंत्र की किरिया मैं आप जो कुछ बी करते हो करने वाले से ले कर जिसके ऊपर किरिया की जाती है असर दोनों साइड मैं होता है ऐसा नहीं करना किया और तुरंत काम हो गया है गुरु ज्ञान के आधार पर आपको बता दू काम होने के एक टाइम अवधि होती है ! होने को तो काम १ मिंट मैं हो जायगे नहीं तो जयदा टाइम बी लग सकता है सब कुछ गुरु कृपा पर डिपेंड करता है ! बिना गुरु के कुछ नहीं हो सकता है ! सो गुरु धारण करना है सबसे पहले आपको गुरु बी ऐसा चुनो जिसका स्वार्थ न किसी क प्रकार का बस सेवा करो उनकी सेवा मैं ही आपको सब कुछ मिलना है ! जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 

गोरख बाणी

गोरख बाणी

शिव दा रूप गुरु दा सवरूप गुरु सिमरन 
है सबसे ऊँचा गुरु बैठे शिव के बेष करे 
विचार ॐ शिव गोरक्ष योगी तेरी माया 
तेरी शाया जगत मैं रह कर नर नारी को 
भेद समझाया गुरु कृपा से सिद्धो से मिलाया
गुरु नाम शिव का नाम देवे ज्ञान भरपूर 

गुरु सबसे ऊपर है गुरु ही देने वाला है गुरु ही लेने वाला है गुरु का नाम शिव का नाम जपने के बराबर है क्युकी शिव बाबा की बाणी है यह शिव जी गुरु गुरु ही शिव है ! सो अपने अपने गुरु मंत्र का जाप क्या करो क्युकी घोर कलयुग है एक दम से कुछ नहीं मिलता है थोड़ा टाइम लगता है थोड़ा खुद पर विश्वास होना जरूरी है बाकि अपनी सोच और समझ और प्रति आपका क्या भाव है यह सब कुछ मानिये रखता है सो नेट पर भटका छोड़ो और गुरु नहीं है तो अपने इष्टदेव की सेवा करो क्युकी सेवा से ऊपर कुछ नहीं हिअ जितनी सेवा करो उतना फल प्रपात होगा आपको तंत्र मंत्र मैं तो खुद की बॉडी पर कष्ट आता है लेकिन भगति और सेवा मैं आनद आता है जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 

!! दिव्य चमत्कारी गुप्त मन्त्र स्वयं अनुभूत गुरु गोरख नाथ जी का मंत्र !!

!! दिव्य चमत्कारी गुप्त मन्त्र स्वयं अनुभूत गुरु गोरख नाथ जी का मंत्र !! 

बहुत ज्यादा कमेंट आने पर दोवारा से लिख कर दे रहा हूँ मैं मंत्र बस जैसे लिखा वैसे ही करना है
आपको और मेरे वीडियो पर कम से कम १००० लाइक और ५०० कमेंट आया तो बाबा काल
भैरो जी की साधना दुगा जो गुप्त है किताब के मंत्र नहीं है यह सब अलख आदेश !!! कमेंट मैं
कृप्या आदेश लिखें !!! अगर आपको अभी बी समझ नहीं आता है मेरा लिखा तो मैं इस मैं कुछ
नहीं कर सकता हूँ मुझे माफ करना आप और हो सके तो पहले मेरे सारे वीडियो देखना आप ! सनी शर्मा

शाबर मंत्र :-- 

ॐ गुरु जी गोरख जती मछेन्द्र का चेला शिव के रूप में दिखे अलबेला कानों कुंडल गले में नादी हाथ त्रिशूल नाथ है आदि अलख पुरुष को करूँ आदेश जन्म जन्म के काटो कलेश भगवा वेश हाथ में खप्पर भैरव शिव का चेला जहाँ जहाँ जाऊं नगर डगर लगे वहां फिर मेला शिव का धुना गोरख तापे काल कंटक थर थर कांपे मेरी रक्षा करे नव नाथ राम दूत हनुमन्त रिद्धि सिद्धि आंगन विराजे माई अन्नपूर्णा सुखवंत शब्द सांचा पिंड कंचा चलो मन्त्र ईश्वरो वाचा !

यह मन्त्र सरल साबर मन्त्र है गोरख जाती का दिव्य साबर मन्त्र है परम दुर्लभ था अभी तक
कभी प्रकट नहीं किया गया! था गुरु शिष्य परम्परा के अंतर्गत पीढ़ी दर पीढ़ी चलता रहा पर 
पर आज से पहले गुप्त ही थाकभी पुस्तकों में प्रकाशित नहीं हुआ आज तक !! हर काम में पढना 
शुभ है ! रोज 11 बार पढ़ें ! फिर देखें गुरु गोरख जती महाराज का चमत्कार !

बात आती है आपके श्रद्धा भाव की मैंने थोड़ी न कुछ करना है कृपा करना उस मालिक का
काम है मैं तो उसका बच्चा हूँ ! आप सभी जैसा ही हूँ मेहनत आपकी अपनी है मैं किसी को देने 
वाल कौन होता हूँ यह सब उस मालिक की कृपा है आप बस करना इसको लेकिन गुरु ,इष्ट,
और पितृ यह सब जरूरी है क्युकी सारी चीज़े इनसे घूम फिरके आती है !इसलिए बोलता हूँ 
गुरु पहले और मेरे मंत्र तंत्र रियल है भाई कोई बी मंत्र डायरेक्ट उठा कर कबि मत करना क्युकी
अगर किसी को कुछ हुआ तो मैं उसके लिए ज़िम्मेदार नहीं हूँ ! वो आपका रिस्क है मेरा काम
देना है बाकि आप गुरु मंत्र चेतन करके कर सकते हो कुछ बी अलख आदेश सनी शर्मा





गोरक्षमया


गोरक्षमया 

गुरु गोरखनाथ जी की कृपा जिसपे है वो बहुत ही खुश नसीब बाँदा है क्युकी गुरु तो सबके होते है लेकिन जिसका गुरु ही महाकाल हो अभूत छोटी चीज़ नहीं होती है क्युकी उसके काम बोलते ही निकलते है फर्याद से ही काम होने लगते है सद्गुरु महाराज गुरु गोरखनाथ जी मेहमा अपरम्पार है सो गुरु जी की भगति करते जाओ सेवा करो सेवा मैं आपको जयदा कुछ नहीं बाद उनका ध्यान करना है और अच्छे कर्म करते जाना है बुरा नहीं करना है किसी का बस बाब जी की कृपा हो जयगी आप सभी पर क्युकी जगत गुरु है यह मेरे एकेले के गुरु नहीं है जो सच्चे मन से बाबा जी को याद करता जयगा वो जल्दी ही बाबा जी के दर्शन बी कर लेगा गुरु जी कृपा होना कोई बहुत बढ़ी बात नहीं है मैं बी कबि आपके जैसे ही भटका था नेट पर लेकिन शिव शिव किया तो गुरु से मिला दिया सो मेरे सद्गुरु महाराज बहुत ही प्यारे है सब बचो की सुनते है सबकी नइया को पार लागते है और गुरु जी भगति से ऊपर कुछ नहीं सिद्दी विद्दी के चक्र मैं मत प[अधो बस नाम लेते जाओ आपके जीवन मैं सब कुछ आता जयगा यह मेरा विश्वास है जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 










गोरखनाथ का प्रिय मंत्र 'जंजीरा' मंत्र

गोरखनाथ का प्रिय मंत्र 'जंजीरा' मंत्र 

यह सब आपकी शरधाभाव पार डिपेंड करता है गऊ कृपा कितनी है और गुरु हुकुम से आप सभी जो बी करते हो शत परिष्त आपका मंत्र सिद्ध होता लेकिन गुरु कृपा की से ऊपर कुछ नहीं है गुरु है तो आपके सरे काम सब खुद व खुद निकलते है सो गुरु है तो सब कुछ करो आप बिना गुरु के सारा भार आपके आपके शरीर पर आता है ! इसलिए गुरु नहीं तो पहले आपके इष्टदेव की सेवा करो आप पहले उनकी कृपा होने बाद आपके काम खुद व खुद और साडी तांत्रिक माया समझ मैं आएगी !


मनुष्य ने अपने स्वार्थ के लिए नाना प्रकार की सिद्धियाँ की एवं उस पर विजय प्राप्त करने के बाद स्वार्थ-परमार्थ दोनों कार्य भी किए। किसी ने भैरव को, किसी ने दुर्गा को, किसी ने हनुमान जी को इस प्रकार सभी ने अपने-‍अपने हिसाब से देवताओं की आराधना कर सिद्ध किया और अपने कार्य को किया। 



यहाँ पर गुरु गोरखनाथ को प्रसन्न करने के लिए मंत्र (जंजीरा) दे रहे हैं जो 21 दिन में सिद्ध होता है। साथ में गोरखनाथ जी का आशीर्वाद भी मिलता है इसे सिर्फ परोपकार के लिए ही कार्य में लें अपने स्वार्थ के लिए नहीं।

मंत्र (जंजीरा)

ऊँ गुरुजी मैं सरभंगी सबका संगी, दूध-माँस का इकरंगी, अमर में एक तमर दरसे, तमर में एक झाँई, झाँई में पड़झाँई, दर से वहाँ दर से मेरा साईं, मूल चक्र सरभंग का आसन, कुण सरभंग से न्यारा है, वाहि मेरा श्याम विराजे ब्रह्म तंत्र ते न्यारा है, औघड़ का चेला, फिरू अकेला, कभी न शीश नवाऊँगा, पत्र पूर पत्रंतर पूरूँ, ना कोई भ्राँत ‍लाऊँगा, अजर अमर का गोला गेरूँ पर्वत पहाड़ उठाऊँगा, नाभी डंका करो सनेवा, राखो पूर्ण वरसता मेवा, जोगी जुण से है न्यारा, जुंग से कुदरत है न्यारी, सिद्धाँ की मूँछयाँ पकड़ो, गाड़ देवो धरणी माँही बावन भैरूँ, चौसठ जोगन, उल्टा चक्र चलावे वाणी, पेडू में अटकें नाड़ा, न कोई माँगे हजरता भाड़ा मैं ‍भटियारी आग लगा दूँ, चोरी-चकारी बीज बारी सात रांड दासी म्हाँरी बाना, धरी कर उपकारी कर उपकार चलावूँगा, सीवो, दावो, ताप तेजरो, तोडू तीजी ताली खड चक्र जड़धूँ ताला कदई न निकसे गोरखवाला, डा‍किणी, शाकिनी, भूलां, जांका, करस्यूं जूता, राजा, पकडूँ, डाकम करदूँ मुँह काला, नौ गज पाछा ढेलूँगा, कुँए पर चादर डालूँ, आसन घालूँ गहरा, मड़, मसाणा, धूणो धुकाऊँ नगर बुलाऊँ डेरा, ये सरभंग का देह, आप ही कर्ता, आप ही देह, सरभंग का जप संपूर्ण सही संत की गद्‍दी बैठ के गुरु गोरखनाथ जी कही।

सिद्ध करने की विधि एवं प्रयोग : 

किसी भी एकांत स्थान पर धुनी जलाएँ। उसमें एक लोहे का चिमटा गाड़ दें। नित्य प्रति धुनी में एक रोटी पकाएँ और वह रोटी किसी काले कुत्ते को खिला दें। (रोटी कुत्ते को देने के ‍पहले चिमटे पर चढ़ाएँ।) प्रतिदिन आसन पर बैठकर 21 बार जंजीरा (मंत्र) का विधिपूर्वक पाठ करें। 21 दिन में सिद्ध हो जाएगा।

किसी भी प्रकार का ज्वर हो, तीन काली मिर्च को सात बार मंत्र पढ़कर रोगी को खिला दें, ज्वर समाप्त हो जाएगा। 

भूत-प्रेत यक्ष, डाकिनी, शाकिनी नजर एवं टोने-टोटके किसी भी प्रकार का रोगी हो, मंत्र (जंजीरा) सात बार पढ़कर झाड़ दें। रोगी ठीक हो जाएगा। 

यदि आप किसी भी कार्य से जा रहे हो, जाने से पूर्व मंत्र को पढ़कर हथेली पर फूँक मार कर उस हथेली को पूरे चेहरे पर घुमा लें फिर कार्य से जाएँ, आपका कार्य सिद्ध होगा और आपको सफलता जरूर मिलेगी।

आत्मा एवं परमात्मा का मिलन आपके कार्य सिद्ध करेंगे।जो न मांगोगे वही मिलेगा लेकिन भाव सही होना चाहिए और गुरु प्रत्रि श्रद्धा भाव जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली !



सच्चे गुरु की पेहचान

सच्चे गुरु की पेहचान 

गुरु के प्रर्ति शिष्ये का भाव सही होना जरूरी है वैसे ही गुरु का बी शिष्ये प्रति भाव होना मान्य रखता है आज कल तो कुछ ऐसे तांत्रिक है जो के बोलते है ५१०० अकाउंट मैं डाल दो मैं आपको ऑनलाइन दीक्षा दे दुगा पर यह सब कुछ गलत है रियल गुरु वो है जो आपके एकेले मैं बिठा कर ज्ञान देता है जैसे के गुरु का गुरु मंत्र गुरु पूर्णिमा को गुरु के दोवारा शिष्ये के काम मैं फूंका जाता है ऐसे नहीं है गुरु मंत्र आप कोई बी करलो जब तब गुरु मंत्र काम मैं नहीं देता है तब तक आप उनके शिष्ये नहीं हो सकते हो क्युकी गुरु तभी मन जाता है जब वो अपने प्राण शक्ति से आपको वो शक्ति देता है ऐसे चलते फिर गुरु से नेट भरा पढ़ा है नेट वाली विद्या और गुरु जी की विद्या दोनों अलग -२ है हमारे गुरु मुखी मंत्र नेट और किताब से मैच नहीं होते हिअ और गुरु का हुकुम बी यही होता है के आपको गुप्त रहना है और किसी को बी कुछ नहीं बताना है जब तक आप तंत्र मंत्र के छेतर मैं पूरी तहा सम्पूर्ण  नहीं हो जाते हो ! बाकि यह सब मेरा खुद का अनुभव और अध्यन है ! क्युकी मैं किताबी ज्ञान किसी को नहीं देता हूँ न ही किसी को किसी बी प्रकार के भरम मैं रखना चाहता हूँ क्युकी आज मैं सच बोलूगा तो शयद किसी भाई बेहेन को मेरी बात समझ आ जाये ! मेरा काम तंत्र मंत्र की सही जानकारी देना है आप सभी दे गुजारिश है आप सभी नेट वाली कोई बी किर्या ऐसे मत करना क्युकी तंत्र मंत्र मैं पोस्टिव और नेगटिव विकार दोनों साथ मैं चलते है गुरु कृपा के बाद ही आप इन सब से बच पाओगे इसलिए गुरु धारण करना जरूरी है अगर आपके गुरु नहीं गुरु तो काम से काम गुरु को नेट पर मत ढूँढो मत उड़ाओ पैसे ऐसे ऑनलाइन कुछ नहीं होता है ! असली दीक्षा और गुरु का ज्ञान गुरु के पास मैं रह कर ही प्रपात होता है जय गुरु गोरखनाथ मैं आपका भाई सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! बस मेरा काम आप सब को सही गाइड करना है मैं किसी को भर्मित नहीं करना चाहता हूँ और यहाँ पर जो न किरिया दी जायगी वो सारि की सारि सही और टेस्टेड है मेरे दोवारा मेरे से जो लोग सीखते है उनके अनुभव के आधार पर यहाँ पर सब कुछ देता हूँ मैं ! श्री शम्भू यति गोरखनाथ जी महाराज को आदेश आदेश ! 





गुरु जी कृपा पानी है तो भगति करो बिना स्वार्थ के

गुरु जी कृपा पानी है तो भगति करो बिना स्वार्थ के 

गुरु जी कृपा सब पर नहीं होती है क्युकी कलयुग है इसलिए सबकी सोच सही नहीं होती है और आज के समय मैं इतना टाइम नहीं देता है कोई बी क्युकी दुनिया फांसी है सोशल मीडिया पर नेट पर टाइम वैस्ट करती है ! मेहनत कोई करना नहीं चाहता है सब को बैठे बैठे सिद्दी चाहिए यह नहीं हो सकता है क्युकी गुरु सिमरन तो आपका अपना अपना होता है जैसे जैसे आप लोग पूजा करते जाते हो वैसे वैसे ही आपको उस पूजा का फल मिलता जाता है रही बात सिद्दी तो सिद्दी तो यही रह जनि है भगति और अच्छे कर्म ही साथ मैं जाते है ! यह मेरा स्वयं का अनुभव है और गुरु कृपा तभी होगी जब आपका गुरु के प्रत्रि विश्वास और श्रद्धा भाव सही होगा क्युकी यहाँ पर लोग जिस से सीखते है उसी पर तंत्र के बार करते है लेकिन याद रहे देने वाला आपसे ऊपर ही होता वो आपकी पाँच से बहार होता है ! सो शक्ति का पय्रोग कबि बी चेक करने के लिए नहीं किया जाता है ! गुरु आदेश से ही आप सभी गुरु जी के मारगदर्शन मैं ही सब कुछ करो ! बिना गुरु के तंत्र मंत्र मैं सफलता नहीं मिलती है नेट पर सब कुछ नहीं है याद रहे और गुरु ज्ञान बी उसको देता है जिसको इसकी कदर होती है सारा काम विश्वास से ही होता है बिना विश्वास से कुछ नहीं होता है सो गुरु जी का नाम लेते लेते कोई बी किरिया करो आप सभी तो आपको सफलत जरू मिलेगी और काम कोई बी करो लेकिन आपका उसके पीछे कोई स्वार्थ नहीं होना चाहिए जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 











Wednesday, 11 April 2018

पंथ की दीक्षा

पंथ की दीक्षा 

दुनिया मैं बहुत कुछ है करने को एक पंथ नहीं है बहतु से पंथ है लेकिन हर प्रकार के पंथ मैं अलग अलग प्रकार से दीक्षा होती है नाथ पंथ मैं जो शिष्ये पूर्ण रूप से गुरु के दर्शन पा लेते है जिस पर गुरु कृपा हो जाती है वो हाथ योग और मंत्र से वो मुकाम हासिल कर लेता है तब उसका काम वही पर ख़त्म नहीं होता है क्युकी आगे दूसरी दीक्षा मैं उसको जनेऊ मिलता है वो बी पूरी विधि के अनुसार गुरु हुकुम से गुरु कृपा से प्रपात होता है हर किसी को वो नहीं मिलता है जो इंसान भगति करता जाता है और सांसारिक जीवन से दूर होता जाता है वैसे वैसे ही उसको यह सारा गुप्त ज्ञान गुरु जी के दोवारा प्रपात होता है नेट वाला ज्ञान नहीं होता है क्युकी गुरु के मुख से मिली चीज़े तो पहले से सिद्ध होती है उनको सिद्ध करने की जरूरत नहीं होती है आपको मेहनत नहीं करनी है आपको तो मंत्र याद करना है डेली पूजा टाइम मैं जितना आपको सही लगे वैसे जपना होता है एहि गुरु का गुप्त ज्ञान है जो के नेट पर नहीं मिलता है जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली !!









Tuesday, 10 April 2018

गोरखनाथ नाथ जी की विद्या

सतनाम आदेश गुरु जी को आदेश आदेश 

गोरखनाथ नाथ जी की विद्या 

बहुत से भाई चाहते है के उन पर बाबा गोरखनाथ जी की कृपा हो लेकिन आपको बता दू यह बहुत ही बड़ी शक्ति है महाकाल बाबा जी है इनको मन दपना बहुत ही मुकिल है और जिनके ऊपर इनकी कृपा होती है तंत्र मंत्र मैं जा कोई ऐसा यन्त्र नहीं है जिसका तोडा इनके पास नहीं है ! क्युकी इनकी विद्या के आगे देवता बी हाथ जोड़ जाते है सारे देव इनके साथ चलते है जैसे के राम दूत हनुमंत बाबा जी काली माता के पुत्र भैरव बाबा जी और पीर फकीर और उनके इलावा इनके साथ मैं ९ नाथ ८४ सिद्ध महाराज बी चलते वैसे तो बहुत से पथ है नथो के जैसे के आज ते टाइम मैं दुनिया अघोरी से डरती है क्युकी वो महाकाल जा भैरो बाबा जी के चेले  होते है लेकिन आज मैं आपको बता दू यहाँ पर सद्गुरु  महाराज गुरु गोरखनाथ जी का नाम आता है  से अघोरी बी भाग जाता है क्युकी महाकाल बाबा का सवरूप है बाब गोरखनाथ जी इसलिए सेवा करो भगति करो जो शक्ति भगति मैं है वो सिद्दी मैं नहीं है यह मेरा स्वयं का अनुभव है बाकि आपकी मर्जी है जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली !! 



Sunday, 8 April 2018

गुरु शक्ति

 गुरु शक्ति 

गुरु की शक्ति गुरु जी के दोवारा दिये गए शब्दों मैं सब कुछ होता है ज़ाहिर सी बात है गुरु मंत्र मैं सब कुछ है सारी चीज़ो मैं समाबेश होता है गुरु ज्ञान गुप्त है ! और नेट पर बहुत सी भाई बेहेन आते है और कुछ किरिया कर लेते है बाद मैं प्रॉब्लम हो जाती है जैसे के पोस्टिव और नेगटिव शक्ति दोनों साथ मैं चलती है इसलिए गुरु के दोवारा दिया है गुरु मंत्र पहले सिद्ध करना पढता है उसके बाद ही आपको तंत्र मंत्र मैं गुरु के आदेश के अनुसार ही एंट्री मिलती है ! क्युकी गुरु पहले अपने शिष्ये को पहले ऐसे बना देता है उसकी बॉडी (शरीर) को ऐसे बना देता है के आप किसी सी शक्ति की नेगटिव एनेर्जी को उठाने के काबिल हो जाता है ! बिना गुरु के कुछ करना खुद को ही कही पर फ़साना है इसलिए मैं आप सभी को बोलता हु पहले गुरु मंत्र का जाप करो नेट पर सी डायरेक्ट उठा कर कुछ नहीं करना है क्युकी कुछ चीज़े अधूरी है कुछ चीज़े मिक्स है और कुछ मंत्र सही बी है लेकिन विधि पूरी नहीं है इसलिए पहले गुरु का सुरक्षा कवच सिद्ध करना है आपको फिर आगे चलना है आपको गुरु नहीं मिलता है तो अपने इष्टदेव की पूजा किया करो आप उनको गुरु मन लो लेकिन सेवा तो पूरी दो पहले एक दिन मैं कृपा नहीं होती है किसी पर बी सालो लगते है इसलिए भगति सी ऊपर कुछ नहीं है पहले वो करो जल्दी बाज़ी का काम अपने पास नहीं बाकि नेट पर और बहुत कुछ है अगर आपको मेरी जानकारी सही नहीं लगती है जा गलत लगती है आप कही और बी विजिट कर कर सकते हो क्युकी नेट तो भरा पढ़ा है ! जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 

भगति के रस मैं आनंद

भगति से  मैं आनंद 

गुरु मंत्र के जाप से ही आपको यह वाला आनद प्रपात होता है जैसे जैसे मंत्र कजाप बढ़ता जाता है वैसे वैसे ही शरीर का झूलना और भगति मैं ध्यान का लगाना ही आपको वो आनंद देता है जो शयद अपने कबि महसूस न किया है आपका शरीर उस टाइम ऐसे महसूस करता है जैसे आप बर्फ के ऊपर बैठे हो वो वाली ठण्डक आपको गुरु सिमरन से ही मिलती है इसलिए गुरु का भजन करो गुरु न नाम लो गुरु के चरणों मैं ही सब कुछ है नेट पर गुरु नहीं मिलता है और रही बात तंत्र मंत्र की बिना गुरु की कर तो सकते हो लेकिन एक दिन मरोगे जरूर यह दवा है मेरा क्युकी सामने वाले चीज़ झपट तो आपके ऊपर ही मार्गी इसलिए कॉपी पेस्ट और अधूरी विधि का का करोगे आप सभी गुरु के मुख से लो और गुरु के आदेश अनुसार ही करो सब कुछ फिर देखा आपकी छोटी से किरिया से बी बड़ी से बड़ी चीज़ो की काट हो जायगी है गुरु गोरखनाथ और अपने भाई के लिए बी दुआ करते रहना सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 


Friday, 6 April 2018

दूसरे की भलाई

दूसरे की भलाई 

तंत्र मंत्र मैं आपको दूसरे का पहला सोचना है अपना बाद मैं क्युकी यहाँ पर शक्ति तभी काम करती है जब आप से पहले दूसरे का सोचते हो जैसे जैसे लोग भलाई का काम और अच्छे कर्म उसके बाद अपना सोचो आप और रही बात कमाई के तो मेहनत करो हर चीज़े का मेहनताना होता है आपको कोई जो बी देता है ले लो आराम से क्युकी जो पहले से दुखी है उसको और दुखी करके आपको क्या मिलगा काम तो कर दिया पैसा पर आ कर रुख गए तो मालिक तो देखता है मैंने पहले बी बतया है इंसान के साथ धोका कर सकता है आप किसी बी शक्ति को ढकना नहीं दे सकते हो क्युकी वो हर टाइम आपको देखती है आप क्या कर रहे हो क्या सोचते हो उसके बारे मैं और उस से  क्या करवाना चाहते हो बाकि भाई साब इंसान का दिमाग तो शैतान का घर है कहली मत रखो कही न खाई लगाए रखो उसको बस आदेश आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 


Thursday, 5 April 2018

सेवा और पैसा

सेवा और पैसा 

सद्गुरु महाराज गुरु गोरखनाथ जी तेरी सदा ही जय जैकार दुनिया अजीब है बहुत कुछ बोलती है लेकिन अपने अनुभव के आधार पर बता रहा हूँ पैसा से बढ़ी दुआ है फर्याद है इसलिए पैसा हो तंत्र साथ नहीं धंदा करना है तो अलग बात है लेकिन सच्चे हो कर चलना है तो भाई पैसे नहीं देखना है इसलिए आप को बता दू मैं पैसे दे कर काम करना जा करवाना वो आपकी इच्छा है लेकिन काम तो तभी होता है यहाँ पर श्वार्थ नहीं होता है अगर मन मैं थोड़ा सॉ बी डाउट है तो काम नहीं होता है और गुरु कृपा पैसे से नहीं होती है न ही पैसा आपको सिद्दी दिला सकता है क्युकी भटकते हो अब सभी इदर उदार खुद पर विश्वास करो सुरु हो जाओ अपने इष्टदेव से १०००% मैं बोलता हूँ सब सही होगा किसी के पास जाने के जरूर नहीं पड़ेगी आपको सरे काम खुद बनगे भाई तू कर तो सही बीएड पर बैठे तो कुछ मिलता नहीं है और न ही मिलगा सोचने से बी कुछ हासिल नहीं होता है मेहनत करनी पढ़ती है खुद को कष्ट देना पढता है तभी जा कर गुरु कृपा और इषदेव की किरपा होती है उसके बाद वही आपका मारगदर्शन करते है और गुरु को पैसा देना पाप नहीं है भाई गिर्हसत जीवन जीना है तो पैसा तो चाहिए ही सबको और बिना स्वार्थ के कोई नहीं है कलयुग मैं अब चाहे मुझे गली दो जो मर्जी दो मैं किसी को जूथ नहीं बोलता हूँ न ही बोलता हूँ मेरे पास आओगे आपको जहा सही लगता है वह जाओ लेकिन पैसे श्रद्धा भाव से दिया जाता है दान वही मन जाता है जो ख़ुशी से दिया जाये न के कालेज पर पत्थर रख कर मेरी वेबसाइट पर विजिट करो आप सही पढ़ो आप सही क्या लिखता हूँ मैं वहा पर और गुरु के पास जाओ तो पैसे चाहिए मत दो लेकिन खली हाथ कबि मत जाओ वहा कुछ तो ले कर जाओ २ केले ही ले जाओ ५ रूपये गुरु के चरणों मैं रख दो बस जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 


कृष्ण बाबा का शाबर मंत्र अनुभूत

कृष्ण बाबा का शाबर मंत्र अनुभूत 

यह शाबर मंत्र आपको तब यूज़ करना है जब बीमारी ठीक नहीं होती है उस टाइम आपको राधा कृष्णा का ध्यान करते हुए इस मंत्र का जाप करना है पहले आपको यह वाला मंत्र सिद्ध करना है ! किसी बी गुरुबार को को आपको यह वाला मंत्र सिद्ध करना है शुक्लपक्ष मैं आपको सुरु करना है मिनी १०८ माला करनी है वैसे तो नियर अबाउट १२००० बार जानपना है लेकिन आप उसकी ११ माला एक दिन मैं ही करते इसको यूज़ कर सकते हो लेकिन डेली आपको जपना है १ माला तभी सिद्ध रेहगा और काम करेगा किसी बी प्रॉब्लम के टाइम जैसे के मानसिक बीमारी हो जा शरीरक कोई बी प्रॉब्लम फोड़ा हो जा फुंसी हो तभी आप यूज़ करना है इसको और ११ माला करने के बाद आपको ११ अनूठी अग्नि मैं देनी है ! माला स्फटिक के लिनी है बाकि की जानकारी मेरे यूट्यूब चैनल पर है गुरु गोरखनाथ के नाम से है वह पर आप विजिट कर सकते हो मैंने बोले कर बतया है जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 

देसी घी का दीपक कोई बी आसान स्फटिक की माला ११ जाप करना है ११ आहुति देनी है और धुप दीप अगरवती आपको पता है भोग मैं २ फलो का जोड़ा देना है आपको और एक आपको खुद खाना है और एक पार्षद के रूप मैं बाँट देना है ! 

पय्रोग मैं :- आपको झरा लगाना है जब किसी का रोग समाज मैं नहीं आता है ततबी यूज़ करना है याद रहे सिर्फ शरीर कष्ट के लिए है अमुक के जगह पर रोगी न नाम लेना है ! वो आपकी मर्जी है झरा आप ७ बार पढ़ो जा ११ जा २१ जा १ माला ! 

सिद्ध शाबर मंत्र 

ॐ नमो आदेश गुरु का काली कमली वाला श्याम 
उसको कहते है घनश्याम रोग नशे शोक नाशये 
नहीं तो कृष्ण की आन राधा मीरा मनावे (अमुक
यहाँ पर रोगी का नाम लेना है ) का रोग जावे !
सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली

बस यही किरिया है छोटी से चीज़ है आपकी श्रद्धा भाव पर डिपेंड करती है गुरु प्रति भाव सही होगा तो आपका काम १०१% होगा यह मेरा दवा है बाकि आपको पता है स्वार्थ देख कर काम नहीं होता है जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा ! 



जिन्नात जल्लाद हमज़ाद बुरे नहीं है इंसान बुरा है सोच समझ से

जिन्नात जल्लाद  हमज़ाद बुरे नहीं है इंसान बुरा है सोच समझ से 

भूत प्रेत हमज़ाद जिन्नात बुरे नहीं होते है क्युकी हम लोग ही तो है पहले उनको जागते है और वचनो मैं बंद लेते है फिर उन से काम लेते है आज का इंसान पैसे के लिए कुछ कर देता है किसी का भला जा बुरे से उसको कोई मतलब नहीं है बस पैसा दिखा जा अपना फयदा देखा तो कर देना वो कोई बी तांत्रिक किर्या लेकिन आपको मैं  बता दू हम हे बुरे है क्युकी हम मंत्र पढ़ते है और दुहाई देते है और फिर एक शक्ति काम के लिए जाती है जब तक किसी का बुरा करने को बोलै न जाये तब तक यह शांत ही होते है इंसान से बुरा संसार मैं कुछ है बी नहीं है क्युकी आजकल के सोच और इस्त्री सम्भोग तक ही सब कुछ है बस तांत्रिक बी है बड़े बड़े जो ऐसे काम करते है सो किसी को कोशने से पहले खुद के गिरबान मैं झक लो आप सभी किसी का बुरा करके क्या मिलता है पैसे माया तो कबि किसी की हुई नहीं है और न ही होगी यह तो आगि और जायगी क्युकी यह प्रभु का हुकुम है बाकि आप सभी मेरे से जयदा समझदार हो मत पढ़ो इन चक्रो मैं गुरु पूजा करो गुरु सेवा करो भगति करो अच्छे करम करो बस वह साथ जाना है बाकि सब कुछ यही रह जाना है जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षसधर्म सतनाली !


पैसे से तंत्र की काट नहीं होती है वो आपकी श्रद्धा भाव है गुरु प्रति

पैसे से तंत्र की काट नहीं होती है वो आपकी श्रद्धा भाव है गुरु प्रति 

बहुत से लोगे मुझे बोलते है आप मेरा इलाज कर दो मैं आपको पैसे दे दुगा लेकिन आज मैं आपको बता दू नेट पर क्या हो सकता है आपको मेरे पास ही आना होगा वो मैं मैं काम तभी करुगा जब बाबा जी के हुकुम होंगे बिना हुकुम के मैं क्या करुगा और हर एक प्रोबलम को दूर करने मैं भाई उसका भार हमारी बॉडी पर आता है जिसका इलाज हम करते है और पैसे के लिए तंत्र नहीं होता है पैसे कमाने के लिए यहाँ पर मैं फ्री मैं ज्ञान नहीं देता और रही बात बाकि गुरु जैसे तो मैंने पहले ही बोल दिया है मैं काम अपनी मर्जी से करता हूँ क्युकी मैं २४ हॉर्स बिजी होता हु क्युकी खाली दिमाग शैतान का घर होता है इसलिए कुछ न कुछ करते रहो तो आपको वही पय्रोग मैं अपने यूट्यूब और वेबसाइट और हर एक जगह पर देता हूँ आप लोग संजो और नेट से कोई बी किरिया करके आप किसी का इलाज नहीं कर सकते हो भाई संजो क्यों अनपढो वाली बातें करते हो ऐसा पय्रोग आप किसी और चैनल है वेबसाइट पर लो मेरा का प्रचार करना है मैं किसी को घूमता नहीं हु और रही बात पैसे की मालिक की मर्जी है जब कबि मिलने आओ तो बाबा के नाम के २ केले ले कर आ जाना उसके इलावा आपकी मर्जी है मैं मांगता नहीं हूँ आपकी श्रद्धा है मंदिर मैं जा गाओ माता के नाम पर जो देना है वो दे दो लेकिन चोर बाज़ारी वाला काम मेरे पास नहीं है दो गए तो बी ठीक नहीं बी दो गए तो बी ठीक है बाकि नेट पर जो कुछ है वो पूरा नहीं है नेट तो भाई इंफोमशन के लिए है नेट गुरु नहीं है आपका और गुरु साधना पैसे से नहीं सखी जाती है गुरु का काम देना है होता सेवा तो आपको करनी है करो मेहनत मेरे साथ कितने लोग जुड़े है अगर  फर्क नहीं पढता है तो गली दे देना मुझे लेकिन भाव सही होगा तभी काम होगा जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 

Wednesday, 4 April 2018

माला संस्कार विधि

माला संस्कार विधि 

जो विधि मैं यहाँ पर बताने या रहा हूँ वो स्वयं मेरी की हुयी है आपको बता दू सब कुछ श्रद्धा भाव पर देपेंद करता है इसलिए गुरु जी का नाम लेते हुए आपको यही करना है जैसे मैंने बताया है और मैं आशा करता हूँ मेरे दोवारा दी गयी जानकारी आप सबके इसलिए बहुमुल्ये हो जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 

कैसे करना है माला को चेतन 

कोई बी माला हो आपको एक साफ पातर लेना है उस मैं आपको गंगा जल डालना है और शाम को आपको यह सब करना है शुकलपक्ष के ऐतवार को और माला को उस गंगा जल मैं दाल देना है और १२ घंटे तक उसको वही रह देना देना है अपने मंदिर मैं ही रहने दो और अगली सूबा उसको निकल लो और शिव बाबा के मंदिर मैं जाना है आपको और वहां पर जा कर माला को शिव लिंग पर चढ़ा देना है और उस पर जल अर्पित करना है और आपको वहां मन ही मन मैं अपना नाम लेना है अपना गोतर पिता जी का नाम और गाओ जा सिटी का नाम लेना है और ॐ नमः शिवाये का जाप करना है आपको १५ मिंट बाद वही माला ले कर आपको ॐ नमः शिवाये का जाप उस माला पर करना है और उसके बाद मेरे सद्गुरु महाराज गुरु गोरखनाथ जी का जाप करना है ॐ शिव गोरक्ष का बस १ -१  माला देनी है और आपको बता दू आपकी माला चेतन हो गयी आप कोई बी मंत्र कर सकते हो और वहां पर बैठे हुए आप एक बार मेरे लिए बी दुआ करना जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 

हवन कैसे करना है

हवन कैसे करना है 

हवन कैसे करना है उसके लिए मैंने अपना वीडियो यूट्यूब पर अपने चैनल पर डाल दिया है लेकिन आज फिर से मैं यहाँ पर लिखने जा रहा हूँ सिंपल हवन हर एक साधना मैं हवन करना जरूरी होता है चाहे वो साधना वैदिक है जा कोई बी हो लेकिन मैं आसा करता हूँ मेरी जानकारी आप सबके लिए सही और बहुमूल्ये हो जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली !

सिंपल हवन सामग्री 

१) हवन सामग्री 
२) गूगल 
३) देसी घी ३ चमच्च
४) लोबान 

इन चारो को मिक्स कर लेना है आपके हो हवन देना है अपने  यह सामग्री और यह वाला हवन हर साधना मैं कारगार है !

१) पहेली आहुति अग्निदेव के नाम देनी है 
२) इष्टदेव के नाम की 
३) पितरो के नाम की 
४) गणेश जी के नाम की 
५) गुरु जी के नाम और गुरु मंत्र को लेते हुए देनी है 

५ - ५ आहुति देनी है सबकी जैसे बातया है और उसके बाद जिस देव की साधना करते हो उनके नाम के देनी है आपका काम और अपनी साधना पूरी होगी मैं यही आशा करता हूँ जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! हो सके तो आप मेरे यूट्यूब चैनल पर विजिट करना (गुरु गोरखनाथ) के नाम से है !  


Tuesday, 3 April 2018

तंत्र मंत्र के बार

तंत्र मंत्र के बार 

जब किसी की दोवारा किसी पर कोई बार किया जाता है तो उसको क्या फील है और वो कैसा महसूस करता है गुरु के वचनो के अनुसार गुरु कृपा से ही आज आपको बता दू तंत्र का बार का असर आदमी हो जा औरत लेकिन असर उसके मन पर होता है उसके मन की विरति को चेंज कर देता है वो जैसे की आदमी के सोच समाज पर अटैक करता है उसको अपने अनुसार मैनेज करता है ! जिसके ऊपर तंत्र किरिया है पय्रोग किया होता है तो उसका मन और घबरात होती है एक जगह पर नहीं बैठा है शरीर कुछ और करता है मानसिक तनाव है और झगड़े मैं सबसे आगे होआ है गुसा मैं किसी को बी मारने को पढता है और किसी बी धरिक  स्थान पर नहीं जाता है वो यह कुछ खास बातें है लेकिन यहाँ पर बी खतम नहीं होता है तंत्र मंत्र यन्त्र की किरिया क्युकी जैसा पय्रोग होता है वैसे ही सामने वाले को कष्ट होता है क्युकी हर एक मंत्र के पिच दुहाई आती है वो धुऐ से ही उस चीज़ को काम करता पढता है और रही बात अच्छे और बुरे की तो आपको बता दू बुरा इंसान है जो के ऐसा घिनानो काम करता है किसी की ऊपर गलत चीज़े छोड़ता है क्युकी चीज़ बुरी है जा अच्छी जब तक भेजा न जाये तब तक किसी को कष्ट नहीं देती है जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 


गुरु मंत्र ही सुरक्षा करता है आपकी

गुरु मंत्र ही सुरक्षा करता है आपकी 

गुरु मंत्र के निरंतर जाप से ही आपको सब कुछ मिलता है जैसे की गुरु जी के दोवारा दिया हुआ गुरु मंत्र के जाप से आपके अंदर वो गुरु नाम की ज्योत जलती है वही आपका मारगदर्शन करती है ! जैसे जैसे जाप बढ़ता है वैसे वैसे गुरु कृपा बढ़ती है और आपको गुरु के दोवारा सुरक्षा प्रदान होती है ! गुरु मंत्र जाप गुरु जी के मुख से ले कर ही करना होता है बिना गुरु के मंत्र के जाप के इफ़ेक्ट डायरेक्ट आपकी बॉडी पर आते है जैसे ही कल को आपको झारा लगाना है किसी का तो गुरु कृपा होगी तो पहले वो कष्ट आपके ऊपर आयगे उसके बाद फिर गुरु कृपा से धीरे धीरे आपके ऊपर से काट जायगा यह सब कुछ अनुभव है मेरा इसलिए मैं यहाँ पर शै जनकारी देने की कोशिश करता हूँ क्युकी मैं किसी को नहीं बोलता हूँ बिना गुरु के आप कुछ बी कर सकते हो क्युकी गुरु नहीं है तो कुछ नहीं है इसलिए गुरु मंत्र पहले गुरु नहीं है तो आपके इष्टदेव की सेवा लगाओ आप दिल से तन मैं जब तक उनके हुकुम न हो तब तक खाली सेवा ही करनी है और कुछ नहीं करना है अलख आदेश सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 

सिद्ध योग बाबा बालकनाथ जी कृपा साधना

सिद्ध योग बाबा बालकनाथ जी कृपा साधना आदेश आदेश मैं आपका सनी शर्मा फिर से हाज़िर हूँ एक बार नई साधना के साथ यह शब्द देखने मैं चाहिए कुछ बी ...