भगति से मैं आनंद
गुरु मंत्र के जाप से ही आपको यह वाला आनद प्रपात होता है जैसे जैसे मंत्र कजाप बढ़ता जाता है वैसे वैसे ही शरीर का झूलना और भगति मैं ध्यान का लगाना ही आपको वो आनंद देता है जो शयद अपने कबि महसूस न किया है आपका शरीर उस टाइम ऐसे महसूस करता है जैसे आप बर्फ के ऊपर बैठे हो वो वाली ठण्डक आपको गुरु सिमरन से ही मिलती है इसलिए गुरु का भजन करो गुरु न नाम लो गुरु के चरणों मैं ही सब कुछ है नेट पर गुरु नहीं मिलता है और रही बात तंत्र मंत्र की बिना गुरु की कर तो सकते हो लेकिन एक दिन मरोगे जरूर यह दवा है मेरा क्युकी सामने वाले चीज़ झपट तो आपके ऊपर ही मार्गी इसलिए कॉपी पेस्ट और अधूरी विधि का का करोगे आप सभी गुरु के मुख से लो और गुरु के आदेश अनुसार ही करो सब कुछ फिर देखा आपकी छोटी से किरिया से बी बड़ी से बड़ी चीज़ो की काट हो जायगी है गुरु गोरखनाथ और अपने भाई के लिए बी दुआ करते रहना सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली !
गुरु मंत्र के जाप से ही आपको यह वाला आनद प्रपात होता है जैसे जैसे मंत्र कजाप बढ़ता जाता है वैसे वैसे ही शरीर का झूलना और भगति मैं ध्यान का लगाना ही आपको वो आनंद देता है जो शयद अपने कबि महसूस न किया है आपका शरीर उस टाइम ऐसे महसूस करता है जैसे आप बर्फ के ऊपर बैठे हो वो वाली ठण्डक आपको गुरु सिमरन से ही मिलती है इसलिए गुरु का भजन करो गुरु न नाम लो गुरु के चरणों मैं ही सब कुछ है नेट पर गुरु नहीं मिलता है और रही बात तंत्र मंत्र की बिना गुरु की कर तो सकते हो लेकिन एक दिन मरोगे जरूर यह दवा है मेरा क्युकी सामने वाले चीज़ झपट तो आपके ऊपर ही मार्गी इसलिए कॉपी पेस्ट और अधूरी विधि का का करोगे आप सभी गुरु के मुख से लो और गुरु के आदेश अनुसार ही करो सब कुछ फिर देखा आपकी छोटी से किरिया से बी बड़ी से बड़ी चीज़ो की काट हो जायगी है गुरु गोरखनाथ और अपने भाई के लिए बी दुआ करते रहना सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली !
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