Friday, 30 March 2018

गुप्त हनुमंत बाबा जी की साधना

गुप्त हनुमंत बाबा जी की साधना 

हनुमान साधना।

मंत्र शाबर मंत्र 

80 मनके गांदा लिए भांजे बीर हनुमान 
64 विद्या लाखो सिद्धिया तेरे रे पहलवान 
सिद्ध करे तो राम दूँ सिद्ध करे तो पवन पुत्र।
दुहाई माता अंजनी की।

सामग्री और विधि :-

साधना गुरु कृपा से ही सफल होती है मेरा काम देना है बाकि भाव और श्रद्धा होगी तो काम होगा जिनके गुरु नहीं वो इष्टदेव की पूजा करना उसके बाद ही यह वाला रास्ता चुनना है आपको आप जैसे भाई बेहेन की डिमांड पर है यह सब कुछ देता हूँ मेरा काम सही जानकारी देना है किसी को बहकना नहीं है बाकि सोच और समाज आपकी है !



11 माला रोज जापे ।दीप तथा धुप के साथ और अगरवती (घेसी घी और चमेली का तेल मिक्स करके )। अंतिम दीन।चना गुड़ का हलवा ।जनेव ।तथा लाल लंगोट चढ़ाये।

पय्रोग :--

कोई भी इच्छित कार्य करवाने पर हलवा का भोग दे।तथा 11 बार मन्त्र पढ़ कर कार्य बोल दे ! 

बरम्हचाये का पलना करना है २१ से २१ माला देनी है याद रहे पूर्ण रूप से सवा महीना आपको करना है बाकि मैं अपने यूट्यूब पर सारा विधान बी दे दिया है आप वैसे बी कर सकते हो ! अलख आदेश सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 


गुरु प्रति सही भाव

गुरु प्रति सही भाव 

अगर गुरु पर विश्वास है और गुरु के प्रति भाव सही है तो आपका काम जरूर होगा साधना कोई बी करि आप लेकिन गुरु जी की शतर शया मैं ही क्युकी गुरु तो आपके रस्ते को सुगम बनता है जहा पर भटको गए वही पर गुरु की कृपा होगी सही रास्ता दिखायगे और रही बात नेट की सब कुछ है लेकिन कुछ अधूरा है कुछ सही है कुछ मिक्स है इसलिए जानकर के साथ ही रह कर आप सही किरिया कर सकते हो गुरु बिना गति नहीं है और साधना हमेशा पहले छोटे से मंत्र से सुरु करो डायरेक्ट भूत प्रीत जिन्नात जा फिर माता मसानी जा मसान जा फिर करनपीचंशी की पीछे नहीं भागना है क्युकी यह सब उगम साधना है बिना गुरु के नहीं हो सकती है 

गुरु बिना गति नहीं गुरु बिना भगति नहीं 
गुरु है शिव का रूप रे नादान गुरु सद्गुरु 
शिव के रूप मैं आएगा करेगा तेरा उद्धार
तू ले गुरु का नाम अलख आदेश जय जय 
सद्गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा 

सो आप सभी को यही कहता हूँ कुछ बी करो लेकिन पहले गुरु धारण करो गुरु बिना करोगे तो कही फास जाओगे फिर वह से किसी को निकल पाना बहुत ही मुश्किल होता है बाकि आप सभी समझदार हो पड़े लिखे बाकि सब चेक करते हो तो यह रास्ता और यह सब कुछ बी पहले चेक करके ही आपको आप सभी सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 

Thursday, 29 March 2018

गुरु के रस्ते पर चलते चलते सब मिलेगा

गुरु  के रस्ते पर चलते चलते सब मिलेगा पता नहीं चैलगा कब हो गया सब कुछ !

आज के टाइम मैं सबके पास जो कुछ है जा जो बी किरिया है साडी कोर्ट कट और जल्दी से हर चीज़ को पाना चाहता है जैसे की जिन्नात है पीर है अप्सरा है कुछ है परी है लोगो को लगता है बेड पर बैठे बैठे एक दिन मैं सब कुछ मिल जाता है यह सब कुछ गलत है क्युकी गुरु कृपा होगा तो मिलगी वार्ना कुछ नहीं मिलगा और नेट पर से कुछ करना उठा कर सही बी नहीं है क्युकी गुरु के मारगदर्शन मैं करोगे तो सबसे बेस्ट होता है क्युकी गुरु अपने कही भटकने नहीं देगा और आपको सही रास्ता और आपको उस मुकाम तक पोंचा देना अगर बिना गुर के चलोगे तो आपको बता दू सब कुछ जाल है अनुभव मैं बी बहुत से किरिया सामने आती यही आपको वही समझ नहीं आनी है तो आप आगे कैसे चलोगे इसलिए गुरु का होना जरूरी है बिना गुरु के कोई किरिया गलत हुई तो सारा भर आपकी बॉडी पर आएगा यह सब कुछ मैं अपने अनुभव के आधार पर बता रहा हूँ आपको बाकि आपकी मर्जी है भाई साब गुर नहीं नहीं तो माता पितृ के सेवा करो आप माता पिता बी गुरु है उनको बी गुरु मन कर कुछ बी कर सकते हो आप धरती माता है आकाश पिता है यह बी गुरु ही है लेकिन इष्टदेव की पूजा और सेवा के साथ साथ आप छोटी मोती किरिया करो पहले उसके बाद किसी सिद्धि पीछे भागो नेट से डायरेक्ट मंत्र के कर माता मसानी को मत बुलाओ भाई सब मेरी बातें आपको कड़वी लगेगी लेकिन सत्ये है बाकि आपकी सोच और समझ है क्युकी शार्ट का रास्ता सही नहीं होता है और यहाँ पर तो सहज से काम होगा अलख आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली !

नील वर्णीय जिन्नात

नील वर्णीय जिन्नात 

यह साधना मेरे ही नहीं बहुत से भाइयों की टेस्टेड है लेकिन साधना वही करे जिसको दर ला लगता हूँ क्युकी साधना मैं कानो मैं आवाज़े आने लगती है साधना तो २१ दिन की है लेकिन अगर आप इन मंत्र का जाप १२५००० करो तो बहुत ही बड़ाइया है क्युकी यह मेरा अनुभव है यह वाला जिन्नात बिलकुल साफ सुथरा और पाक जिन है अच्छा काम करता है लेकिन साधना वही करे जिसका कोई स्वार्थ न हो क्युकी यह साधना के बाद धन दौलत और बहुत कुछ मिलगा लेकिन कबि लालच नहीं करना है आपको यह मेरा मानना है ! 



रक्षा आयात 
आयतुल कुर्सी कश कुरान आगे पीछे तू रेहमान धड़ रखे खुदा सिर रखे सुलेमान ! 

जिन्नात का मंत्र 
ऐन उल हक़ ये जैतान (२१ दिन २१ से ३१ तसवी डेली एक टाइम एक जगह भोग डेली) 

यह आयात आपको पहले सिद्ध करनी है अपने सुबिडा के अनुसार सिद्ध कर सकते हो ११ दिन तक १०१ बार सूबा शाम करो फिर सिद्ध हो जायगी तभी उसे करो इसको ११ बार बोल कर ुरकशा घेरा लगा लो चाकू से जा फिर जल से लेकिन याद रहे यह वाली साधना सबके लिए नहीं है गुरु है जनके अपने गुरु जी के अंडर रह कर ही करो क्युकी १०१% पेरक्षतिकरण होगा जिन्नात सामने आयगे और बहुत कुछ देगा आपको लेकिन अपने जीन को ही मांगना है याद रहे ३ वचन 
१) मैं जब बी याद करू आपको मेरे पास आना होगा 
२) आपको मेरे सारे काम करने होंगे 
३) आपको सदा मेरी रक्षा करनी है 
बस लेकिन उसके पहले ही जीन आपकी पीरक्षा बी लेगा आपको उस मैं पास होना है ! 
साधना काल मैं आपको पाक साफ सुथरा रहना है एक करेला लेना है उस मैं हींग भरनी है आपको काट कर और किसी खुले मैदान मैं जाना है वहा पर रसखा घेरा लगा कर उसके अंदर बैठ कर आपको जाप करना है मिनी मां २१ से ३१ माला डेली देनी है उसके बाद मैं आपको बिसलमिला का पथ करना है शुरू मैं बी और अंत मैं बी और लशुन और प्याज नहीं खाना है आपको और दूध से बानी चीज़े ही की है और कम बोलना है आपको दूसरी बात यह है के जब बी जीनत हाज़िर हो तो उनको आपको हलवा देना है भोग मैं और डेली आप खुद न कुछ भोग मैं दो उनको किसी बी पातर मैं रख कर अपने रक्षा घिरे केसामने रखना है और इन जिन्नात को याद करना है ! 
१) देसी घी का दीपक लगाना है आपको 
२) कुछ न कुछ भोग मैं डेली देना है आप चाओ तो दूध से बानी मिठाई बी दे सकते हो 
३) रक्षा मंत्र के अंदर करनी है यह साधना 
४) बिना स्वारथ के 
५) ३ वचन जरूर ले 
६ ) २१ से ३१ तसवी डेली देनी है 
७) खुले मैदान मैं करनी है साधनं 
८) डेली नया करेला लेना है उस मैं डेली हींग भर कर हाथ मैं पकड़ कर ही उसको मंत्र का जाप करना है अगला माला नहीं है तो नहीं तो किसी पातर मैं रख कर करना है हो सकते तो एक हाथ मैं तसवी लो दूसरे मैं करेला ! 
९) जब जिनात आये तो हलवा का भोग देना है आपको ! 


नोट:- जान जब तक जाप पूरा न हो साधना करते टाइम कुछ बी महसूरु हो तो सुरक्षा घीरे से बहार नहीं जाना है बिस्मिलहा का पाठ साधना से पहले करना है मेरा कम जानकारी देना है कोई बी गलती हुई तो उसके लिए मैं जिम्मेरदार नहीं हूँ क्युकी आप लोग ही मांगते हो और मैं यहाँ पर देना की कोशिश करता हूँ ! क्युकी यह वाली किरिया गुरु जी के पास रह कर करने वाले है नेट पर बहुत कुछ है लेकिन जो चीज़े टेस्ट्स है वो टेस्टेड है क्युकी डर लग्न जरूरी है और साधना कोई बी हो पीरक्षा तो लगनी है और लेनी बी है उसको नहीं रोक सकते है विधि और विधान पूरा है जैसे दिया है वैसे ही करना है आपको बाकि जिनके गुरु नहीं वो पहले इष्टदेव की सेवा करो पितरो की सेवा करो फिर पढ़ना इस चक्र मैं क्युकी शार्ट कट से रास्ता तो दिखेगा लेकिन रस्ते मैं को कठनाईयाँ है वो नहीं देखती है जब उस पर चलोगे तभी दिखती है और आप फास जाओगे कही न कही जय गुरु गोरखनाथ शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 


शिव सवरूप गुरु का रूप

शिव सवरूप गुरु का रूप 

गुरु की बानी मैं शिव बाबा का नाम क्यों आता है उस मैं यह क्यों बोला जाता है की शिव ही गुरु गुरु ही शिव है क्युकी गुरु सवरूप उस मालिक का सवरूप है आप और मैं और कोई बी जो अध्यतम के रस्ते पर चलता है मंत्र शब्द और किरिया अलग अलग है लेकिन जाना सब ने वही है गुरु तो बाणी है एक गुरु शब्द है एक जिसका जाप करते करते आपको ज्ञान और सद्बुद्धि के साथ साथ परमात्मा के दर्शन मिलते है गुरु एक तत्व है ५ प्राण मैं कुण्डलिनी शक्ति विराजमान है जब ५ प्राण की शक्ति को एकता किया जाता है और उसको एक साइड मैं गति दी जाती है तब परमाता का दीदार होता है उनके दर्शन होते है गुरु तो एक है लेकिन शब्द अनेक है ! 

 गुरु शब्द 

ॐ शिव गोरक्ष 

अब गोरक्ष शब्द है ॐ अनत है शिव महाकाल है बात अति है दर्शनों की तो आपको मैं बता दू अब आप चाहे तो ॐ का जाप करो जा फिट शिव शिव की रट लगाओ जा फिर जय गोरक्ष करो क्युकी मंत्र और शब्द चेंज होते है नाम वही काम वही है गोरक्ष -२ बी करते हो आप तब बी आप पर कृपा होनी ही होनी है लेकिन उसके लिए आपको बता दू बाबा आपकी परीक्षा लेंगे 
वो परीक्षा आपको पास करनी है उसके बाद जब चाहो परमात्मा को देखो यह मेरा अनुभव है जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 





Wednesday, 28 March 2018

भगति और सिद्धि

भगति और सिद्धि 

अध्यात्म के रस्ते पर २ मार्ग आते है भगति और सिद्धि गुरु कृपा तो दोनों मैं होती है लेकिन भगति अगल चीज़े है सिद्धि अगल चीज़ है क्युकी भगति मैं कर्मो का लेखा झोका आता है और उसके आधार पर ८४ लाख जूनि कटती है और सिद्धि से आपके इस जीवन तक का फल मिलता है क्युकी सिद्धि तो तब तक काम करती है जब तक उस शक्ति का आव्हान और उसके भोग उसको टाइम पर मिलते रहते है और मंत्र का जाप होता रहता है कल को आप ने जब यह शरीर ही छोड़ दिया तो कैसे चेलगा आपका काम आगे क्युकी सिद्धि के बाद सवारी आपकी बॉडी पर आती है वैसे ही भगति साथ जाती है आत्मा को कोई नहीं मर सकता है और संसार मैं हर साइड पर कुछ शब्दों का बास है सारा काम शब्दों का है और तांत्रिक किरिया तो बहुत से प्रकार की है लेकिन गुरु बिना सफल हो पाना मुश्किल होता है इष्टदेव की सेवा से बी सब कुछ मिलता है बात आती है टिक कर एक चीज़ को करना हो सकता है एक बार मैं सफलता न मिले आपको लेकिन कबि न कबि तो कृपा जरूर होती है यह मेरा विश्वास और अनुभव है लेकिन आप लोगो के एक दिन मैं सब कुछ चाहिए वो सम्भब नहीं है क्युकी नेट और सोशल मीडिया जो देखता है वो सारा सच नहीं होता है मेहनत और खुद को बहुत कष्ट देने के बाद ही कुछ प्रपात होता है जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 

पूजा और बरह्म

पूजा और बरह्म

अध्यतम के रस्ते पर चलते हुए आपको बहुत से अनुभव होते है कुछ आती बातें सामने आती है जिन पर कबि कबि विश्वास नहीं होता है लेकिन सत्ये तो सत्ये होता है अब अनुभव मैं आपको कुछ बी दिखे लेकिन सारी बातें सच नहीं होती है कुछ कुछ बातें और अनुभव इसलिए होता है क्युकी गुरु की शक्ति सदा आपके साथ चलती है गुरु कृपा से वो मुकाम आपको मिलता है गुरु सेवा से बढ़कर कुछ नहीं है गुरु नहीं है इष्टदेव की सेवा करो आप बरह्म का पैदा होना मतलब परीक्षा है अपनी वो तो लगनी है और अनुभव मैं आपको रात्रि मैं बहुत कुछ दिख्खेगा लेकिन याद काम की बात ही रहती है सो सद्गुरु का नाम लेते रहो किसी बी चीज़ की पीछे नहीं भागना है  आपको सेहज के साथ क्युकी जिस मैं सेहेन शक्ति जयंती जयदा होगी उसके अनुभव और परम पिता पेरश्वर की कृपा बी वैसे ही होगी कहने का मतलब है सब अच्छा होगा स्पीड नहीं चाहिए यहाँ माला १ ही दो लेकिन दिल से दो जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 


रात का अनुभव और माया जाल

रात का अनुभव और माया जाल 

क्या मायवी शकितयों का राज गुरु मंत्र के जाप से अनुभव सरे याद क्यों नहीं रहते है क्युकी गुरु मंत्र के साथ उस परम पिता परमेश्वर का दीदार होता है तो परमात्मा के दर्शन होने के बाद ही आपको उस माया का सामना करना पढता है जैसे के गुरु मंत्र के जाप करने के डैड डेली अनुभव होता है लेकिन सारी बातें समझ नहीं आती है और न ही याद रहती है साधना कोई बी हो लेकिन ब्रह्म हर जगह पर पैदा होता है ! कुछ चीज़े आपको सिर्फ आपके मार्ग से हाथे के परित्यं करती है और शक्ति जैसे बी हो देव हो है प्रेत परीक्षा तो देनी ही पढ़ती है बिना गुरु के सफलता और बिना परीक्षा के साधना पूर्ण नहीं होती है ! नेट पर बहुत कुछ है सारा गलत नहीं है लेकिन सारा सही बी नहीं है किरिया तो है लेकिन अधूरी है मंत्र के शब्द चेंज किये है लेकिन गुरु मंत्र और गुरु मुख से मिली चीज़ ही सदा आपके साथ रहती है और एक सच्चा भगत ही आपको उस परमात्मा से मिला सकता है भगति और मेहनत आपकी होती है गुरु तो रास्ता देने वाला होता है इसलिए गुरु नहीं है इष्टदेव को पढ़ो उसकी सेवा लगाओ आप नेट पर टाइम वास्ते करनी वाली बात है क्युकी यहाँ पर जो वो माया है नेट पर हर चीज़ को ढूंढो गए तो यही रह जाओगे कुछ नहीं है भगति करो चालीसा का पथ करो कोई बी हो देव शक्ति के बीज मंत्र का जाप करो लेकिन श्रद्धा भाव के साथ ऐसा ही आज काली माता कल शिव बाबा परसो जिन्नात क्युकी सेवा करोगे मन ओतबाला होगा यही खुश पर कण्ट्रोल ही तंत्र की पहेली सीढ़ी है यह मेरा स्वयं का अनुभव है किताबे तू बहुत है लेकिन नेट वाला ही शापा है उस मैं कुछ नया नहीं है लेकिन गुरु ज्ञान और गुरु की अनुभूति हर रोग नयी शिक्षा और आपको उस शक्ति से मिलती है ! जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 

नोट :- कॉपी पेस्ट करना अच्छी बात नहीं कर बी लिया तो एडिट नहीं करना उस मैं कुछ क्युकी मेरे शब्द मेरे गुरु की बानी है मेरा गुरु जगत गुरु है सद्गुरु गोरखनाथ जी महाराज तेरी सदा ही जय जैकार ! सो कॉपी पेस्ट करने से अच्छा खुद पर अप्लाई करो ज्ञान मेरा नहीं है ज्ञान तो सद्गुरु का है और गुरु तो सबके अंदर है ढूंढ़ना पढता है उनको बाकि यंग पीढ़ी है जयदा पढ़ी लेकिन समझती कम है और अपने हिसाब से चलती है क्युकी मैं बी उस मैं से एक हूँ अलख आदेश शमा करना किसी को बुरा लगा हो तो जय गुरु गोरखनाथ ! 




Tuesday, 27 March 2018

शक्ति छोटी बढ़ी नहीं होती

शक्ति छोटी बढ़ी नहीं होती  इंसान की सोच और शक्ति का सही पय्रोग 

साधना और भगति दोनों एक दूसरे से अलग है लेकिन कोई शक्ति छोटी बड़ी नहीं होती है छोटा और बड़ा तो आज का इंसान है क्युकी उसकी सकोह पर सब कुछ डिपेंड करता है ! और आज के टाइम मैं गुरु प्रति भाव सही और सही गुरु मिले पाना बहुत मुश्किल है क्युकी गुरु तो है लेकिन स्वार्थ है तो काम नहीं होगा बिना स्वार्थ वाला बाँदा ढूंढ पाना बहुत हे मुश्किल है इसलिए गुरु नहीं है तो इष्टदेव की पूजा करो आप सभी इतना नाम जपो के इष्टदेव बाबा कुछ हाज़िर हो कर आपको बोले मैं तेरे साथ कुछ तू जो करना है कर उसको बोलते है भगति का फल और सेवा का फल माता पिता सबसे पहले है साधना कोई बी हो लेकिन सेवा है तो काम बनेगा नहीं तो मुश्किल है क्यों सेवा तभी मानी जाती है जब अंदर के भाव सही है दिल मैं पाप होगा बहार से सेवा तो बी काम नहीं होता है ! हम सब इंसान एक दूसरे को तो गली दे सकते है बुरा भला बोल सकते है दिल मैं ईर्षा भाव और दूर के लिए बुरा करना यहाँ तक सिमित है क्युकी इंसान तो मोह माया और इस्त्री भोग मैं फसा है लेकिन परमात्मा के साथ चालाकी नहीं चलेगी क्युकी देने वाला और लेने वाला वही है उसको तो सब पता है आपका मन पढ़ कर ही आपको वो वही चीज़े देता है जिसके आप काबिल हो इसलिए गुरु और परमात्मा एक है 

शिव सवरूप गोरखनाथ जी की बाणी

सद्गुरु दानी सद्गुरु देवे गुरु की बाणी 
गुरु मेरा शिव सवरूप चिटा बैल हाथ च 
तिरसुल लम्बी जट्टा शिवरूप गल खेले 
शेषनाग मारे फुंकार करदे बेहाल ॐ शिव 
गोरक्षयोगी ४ खूंट १६ भवन भोगी ! 
सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली !

मेरे शब्द मेरे गुरु जी की बाणी है मैं तो लिखता हूँ वही लिखवाता है मेरे से मुझे नहीं पता मेरे शब्द आपको समझ आयगे जा नहीं लेकिन सच यही है बहार कुछ नहीं सब कुछ आपके अंदर है उसको ढूँढो सतनाम आदेश गुरु जी को आदेश आदेश सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 


गुरु का ज्ञान कहा है

गुरु का ज्ञान कहा है 

गुरु ज्ञान क्या है कहा पर होता है तो बता दू जिनकी दीक्षा हो चुकी है वो जब जब गुरु मंत्र जाप करते है जाप के बाद कुछ अनुभव होता है जैसे की गुरु के दर्शन होना और गुरु की कृपा से देव दर्शन होते है कुछ हुकुम होते है कुछ बातें याद रहती है कुछ याद नहीं रहती है तो यहाँ से सुरु होता है गुरु का ज्ञान गुरु देता सब कुछ कुछ है स्टार्टिंग मैं वही चीज़ याद रहती है वो आपके काम की है सारी चीज़े याद नहीं रहती है ! गुरु मंत्र के जाप से जो आपके भीतर विचार धारा पैदा होती है वही गुरु का ज्ञान है गुरु आपको विचार देता है आप को तो हर चीज़ का संसोधन करना पढता है हर चीज़ सिद्धि नहीं आती है ज्ञान और भगति के आधार पर उसको समझना पढ़ता है ! सो गुरु धारण किया होगा तो मालिक सद्बुद्धि देगा इसलिए गुरु भगति से ऊपर कुछ नहीं है यहाँ पर बहुत से लोग है तांत्रिक है दवा करते है क्युकी कबि मैं बी बहुत भटका था यहाँ पर लेकिन कोई मिला नहीं मुझे बी फिर मैंने सेवा सुरु की ६ से ८ माह मैं ही मुझे गुरु मिला उस मालिक की देन थी और मेरे अच्छे करम थे कही न कही उसका फल मिला मुझे बाकि आप सभी समझदार हो अलख आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 


देव पूजा देव जुनि दानव पूजा दानव जुनि

देव पूजा देव जुनि दानव पूजा दानव जुनि 

आज कल बहुत से लोग नेट पर से कुछ बी करते है उठा कर मेरा काम सही जनकारी देना है गुरु का ज्ञान और गुरु की बातें सच्ची और उस मैं ज्ञान के रूप मैं आपको सब कुछ मिलता है देव बी और दानव बी लेकिन जैसे पूजा करोगे वैसे ही उस जुनि मैं जाना होगा आपको क्युकी इंसान का निर्माण ५ तत्व से हुआ है वैसे ही ८४ जुनि के बाद ही इंसान का रूप मिलता है इसलिए इस रूप मैं आ कर आपको अच्छे क्रम करने भला करना है और सेवा करनी है गुरु की तभी आप मरण जनम के चक्रो से छूट जाओगे लेकिन इंसान तो आजके टाइम मैं इस्त्री और भोग मैं मस्त है उसको पाने के लिए कुछ बी कर सकता है जैसे के तंत्र मंत्र की उलटी पुतली किरिया लेकिन आपको मैं बता दू बुरा करोगे तो भुगतना पड़ेगा क्युकी स्वर्ग नर्क यही है ! मरने के बाद तो किसी के क्या देखा है क्या होता है इसलिए गुरु धारण करो सेवा करो माता पिता की और सत्ये के मार्ग पर चलो आप बाकि भाई बिना स्वारथ के भगति करोगे तबी काम होगा आपका नहीं तो भटकते रहना आप नेट पर क्युकी यहाँ सिर्फ इंफोमशन मिलगी पूरी चीज़ नहीं अलख आदेश बाकि मैं कोशिश करुगा सही जानकारी और जन कलियाँ वाली चीज़े यहाँ दू सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 

Monday, 26 March 2018

तंत्र का तोड़ नेट से नहीं हो सकता है

तंत्र का तोड़ नेट से नहीं हो सकता है 

आदेश आदेश मैं आज फिरसे हाज़िर हूँ बहुत ही दुःख होता है मुझे जब कोई भाई बचकानी बात करता है के मेरे घर मैं मसानी है जा मेरे ऊपर जीन है आप बातो जा ऐसा मंत्र को मैं उसको भगा स्कू तो सही बोलो तो आपके ऊपर अगर कोई कुछ किया गया है तो आपको उसका इलाज किसी तांत्रिक है किसी भगत से करवाना है न की खुद उस मैं खुदना है भाई साब आप तो पहले ही फसे हो और फास जाओगे और किसी बी किरिया का तोड़ नेट से देख कर नहीं होता है नेट से आप लोग सिर्फ ज्ञान लो और करना है तो भगति करो गुरु नहीं है जब तक तब तक आपको कुछ नहीं करना है सिर्फ भगति ही करनी है ! मेरा काम तो यहाँ पर बताना है मैं कोई पैसे नहीं लेता हूँ किसी को कुछ बताने के मैं तो सिर्फ जाणकालियाँ हेतु जानकारी देता हूँ यहाँ पर मेरा काम प्रचार करना है अभी तक और सही बताना बाकि सोच समझ अपनी अपनी है क्युकी यह वाला रास्ता कठिन है लेकिन नामुमकिन नहीं है अगर मैं कर सकता हूँ तो आप बी कर सकते हो लेकिन गुरु धारण करके ही करो बिना गुरु के सारा इफ़ेक्ट बॉडी पर आएगा गुरु होगा तो सुरक्षा कवच का काम करेगा आपका गुरु मंत्र जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 








बीज मंत्र मैं शक्ति का बास है

बीज मंत्र मैं शक्ति का बास है 

बहुत से मंत्र और तंत्र की किरिया नेट पर है लेकिन आप सभी को बता दू मंत्र शक्ति का बास बीज मंत्र मैं होता है जैसे के उद्धरण के लिए आपको बात दू मैं 
मंत्र का जाप चाहे आप 
ॐ क्रीं क्रीं क्रीं हलीं ह्रीं खं स्फोटय क्रीं क्रीं क्रीं फट 
अथवा 
ॐ क्रीं
जा फिर 
क्रीं
अब बात आती है बीज हर जगह है इसलिए मंत्र चाहे कोई बी हो काम बीज करता है सो अगर आप बीज मंत्र का जाप बी करते हो डेली सवा घंटा तो उसके बाद आपको जो अनुभव होगा और आपको तंत्र क्या है क्यों किया जाता है और धीरे धरे आपकी वो नज़र खुलगी और एक दिन ऐसा आएगा एक आपको भूत और भिवष्ये काल की बातें पता चलेगा यह सब कुछ आपको तभी अनुभव होगा जब आपके कर्म और माता पिता की सेवा और सोच और समझ सही होगी जान के हित मैं रह करो करोगे तो १०१% गारंटी है मेरी आपको सफलता जरूर मिलगी स्वार्थ के लिए किया करने कबि पूर्ण नहीं होता है गुरु प्रति आपका भाव सही होना चाहिए और गुरु की आगे के पालना करते हुऐ अब सबकुछ करो क्युकी जिसके हाथ मैं आपकी ढोर होती है वो सब कुछ जनता है ! जैसे की बाप को पता है मेरा बीटा क्या कर सकता है इसलिए बाप के साथ कबि देगा नहीं करनी है गुरु और माता पिता सब एक सामान होते है बस आप भजन करो सिमरन करो गुरु का नाम लो बस यह सब कुछ मैंने आपको बताने के लिए लिखा है इसलिए गुरु का नाम सबसे पहले इष्टदेव की पूजा करो और सेवा के बाद ही नेट पर उठा कर कोई किरिया करो अलख आदेश सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 
नोट :- मेरा काम देना है करना तो अपने है जय गुरु गोरखनाथ ! 


Sunday, 25 March 2018

शाबर मंत्र कैसे सिद्ध होप्ते है ?

शाबर मंत्र कैसे सिद्ध होप्ते है ?

यह विधि सब मंत्रो के लिए है जितने बी शाबर मंत्र है यह विधि उन सब पर लागु होती है ! आपको बता दू मैं पहले शाबर मंत्र तब तक ही चेतन रहते है जब तक आप सभी उसका जप करते रहते हो जैसे के उसका मनन करना जा फिर मंथ मैं  एक बार अमावस्या को १ माला देना लेकिन यह आप जब तक करोगे तब तक ही आपका मंत्र शक्ति देगा आपको यह मेरा खुद का एक्सपेरिंस है मैं अपने अनुभव के आधार ही यहाँ लिखता हूँ ! नाथ पथ शाबर मंत्र शिव गोरक्ष धाम सतनाली गोगामेड़ी शाबर मंत्र मण्डली सनी शर्मा 

१) जाप 
२) तप 
३) नियम
४) योग 
५) मनन करना 
६) कम बोलना 
७) नियत पूजा 
८) भगति 
९) बर्ह्म मूरत 
१०) योग अवियश से ५ प्राण का अनुभव 

यह कुछ मैन बातें है लिखने को तो बहुत कुछ है लेकिन आपको बता दू में यह सब इस लिए लिख रहा हूँ क्युकी मुझे बहुत काल और मैसेज आये है इसलिए सवा महीना हर मंत्र पूर्ण रूप से आपको जप करना है अब यह बात आपके मन और आपकी सोच पर डेपेनेड करती है के कितनी माला अपने करनी है ! १०८ बार जपो जा फिर  ११ माला दो जा १०१ वो आपकी इच्छा शक्ति पर डिपेंड करती है ! और जो नियम लिखा है वो सारे शाबर मंत्र पर ही नहीं हर एक साधना में लागु होता है ! सवा महीना के जाप के पूर्ण होने पर १० व  हिंसा जाप आपको हवन करना है उसके बाद आपको उस मंत्र को पूजा टाइम में अपनी सुबिदा के अनुसार ३,५,७ अथवा ११ बार बोलना है उस से आपका मंत्र चेता और उसकी शक्ति बढ़ती जाती है ! एक बात और आप शाबर मंत्र को जितना जयदा जाप करते हो उनकी शक्ति बी वैसे वैसे ही बढ़ती जाती है अलख आदेश सनी शर्मा नाथ पंथ शाबर मंत्र शिव गोरक्ष धाम सतनाली गोगामेड़ी शाबर मंत्र मण्डली ! 


गुरु कृपा

गुरु कृपा 

गुरु कृपा सब पर नहीं होता है गुरु का काम तो देना होता है मेहनत तो आपकी होती है जैसे जैसे जाप करते जाते हो आप सभी वैसे वैसे ही गुरु कृपा होती जाती है आप पर गुर मंत्र का निरंतर जाप से वो सीधी और गुरु कृपा होती है जैसे जीवन के लिए ३ टाइम खाना कहे है वैसे ही भगति बी वैसे ही करनी पढ़ती है तभी जा कर कही गुर कृपा होती है गुरु बिना किसी बी साधना मैं सफलता नहीं मिलती है यह बात तो कन्फर्म है नेट से उठा कर कुछ करना मूर्खता है क्युकी चीज़े वहॉ करो जिससे आपका बहाल हो दूसरे का भला हो ऐसे नहीं कुछ बी उठा कर करलो आप सभी और तंत्र मंत्र यन्त्र कहना आसान है लेकिन करना बहुत मुश्किल है क्युकी हर एक एफ्फेट डायरेक्ट करने वाले की बॉडी पर आता है बाकि आप सभी मेरे से ज्यादा समझदार हो क्युकी मेरा ज्ञान तो अनुभव के यवहार पर है किताबो का अलग सिस्टम है ! 

गुरु की माया गुरु की श्या मैं तू रह
कर कर गुरु सेवा गुरु देखेगा तुझको 
गुरु परखेगा तुझको तब देगा गुरु विद्या

यह शब्द और गुरु की बानी गुरु हे जाने वही देने वाला है वही लेने वाला है मैं तो उसकी बंदगी का गुलाम हूँ जय सद्गुरु महाराज गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 

Saturday, 24 March 2018

आज का इंसान

आज का इंसान 

इंसान बहुत ही विचत्र प्राणी है ५ कण से बना है बुद्धि को उलटी सिद्ध ही घूमता है सही तरफ कम लगता है जैसे ही लोब मोह माया और इस्त्री हर के इंसान को सबसे जयदा इस्त्री ने तंग करके रखना है सम्भोग सुख के पीछे दुनिया पागल है पैसे के लिए और दूसरे को निचा दिखाने के लिए कुछ बी कर सकता है जैसे के तंत्र की ही बात करते है कुछ मेरे भाई जो तंत्र मंत्र जानते है लेकिन कम उलटे करते है सही विद्या का सही उपयोग ! तंत्र मंत्र यन्त्र तो प्रैक्टिस है जीने उपयोग गुरु कृपा से गुरु जी के मारगदर्शन मैं करोगे उतनी ही समझ और तंत्र करके की विधि का पता चलेगा बाकि नेट पर बहुत कुछ है ! तंत्र सीखना है मंत्र जा भगति करनी है तो सबके पहले खुद की बॉडी का संसोधन करना पढता ढाई जब बॉडी उस काबिल होगी तभी उस परमात्मा की कृपा होगी नहीं तो पूरी लाइफ नेट पर ही भटकते रहना क्युकी नेट गुरु कम देंगे चोर जयदा देगा सो अपने आप को ही पेचनाओ मैं क्या हूँ और क्या कर रहा हूँ उसकी के पीछे कुण्डलिनी शक्ति का राज़ है जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम  सतनाली ! 






इष्टदेव ही गुरु

इष्टदेव ही गुरु 

तंत्र मंत्र की दुनिया मैं एंट्री लेनी है तो सबसे पहले अपने इष्टदेव का समरण करो आप सभी तभी अपना काम सफल होरा क्युकी इष्टदेव से ही सारी कीरिया चलनी है आर उनको नहीं सादोगए तो कबि बी सफलता नहीं मिलगी गुरु मंत्र गुरु मुखी हो तो ज्ञान गुप्त प्राप्त होता है मंत्र वैदिक हो जा कोई बी हो लेकिन गुरु के प्रति आपकी श्रद्धा भाव सही होना चाहिए बाकि इष्टदेव की कृपा पर ही सब कुछ डिपेंड करता ! जिनके गुरु नहीं सेवा करो आप इष्टदेव की सच्चे तन मन और उनको ही पकड़ो पहले आप ! बाकि नेट पर बहुत कुछ है कुछ सही है कुछ गलत है कुछ अधूरा ज्ञान है ! सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 


गोरखनाथ जी की बाणी

इष्टदेव पवन नीर है इष्टदेव की जोत 
जले घर घर मैं जो कोई नरनारी पूजे 
इष्टदेव को पावे सद्बुद्धि सद्गुरु का ज्ञान 
जय जय हो कुलजगत इष्टदेव महाराज 
सत सत प्रणाम सनी है बचरा तेरा सुन ओदी 
पुकार सब दे बेड़े लादे बाबा पार ॐ श्री सद्गुरु 
गोरखनाथ तेरी सदा ही जय जैकार ! 

सब कुछ आपके अंदर है बहार कुछ नहीं है इसलिए भटकना छोड़ो और सेवा करो आप मेरा ११०% विश्वास है सबका हल होगा सब पार कृपा होती क्युकी मैं यहाँ पार अपने अनुभव और अपने विचार लिखता हूँ मैं किताबी ज्ञान नहीं दे रहा हूँ अगर आपको  अच्छा  लगता है कृपा करके खुद पर अप्लाई करो सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली !  

Friday, 23 March 2018

बाबा ख्वाजा पीर साधना

बाबा ख्वाजा पीर साधना 

मुसलमानी साधनाओ में सबसे ज्यादा आवश्यक है किसी पीर की नज़र आपके ऊपर होना ! उसके लिए आप हिन्द इ वाली अजमेर शरीफ की इबादत करे यह कलमल मेरी तरफ से नहीं बहुत से भाइयों ने किया है सबके नज़र खुल गयी है सबको बाबा जी का दीदार हुआ है मैंने के कलम दिल से किया है बस आपको जैसे बतया है वैसे ही करना है ५ तसवी करना है डेली सवा महीना तक और दलीय देना है नदी मैं हर ऐतवार को और ऐतवार को ही सुरु  करना है आपको बस ध्यान रहे सम्भोग और इस्त्री से दूर रह करना है नदी के किणरे करो तो बेस्ट नहीं नहीं तो अपने सामने जल का लोटा रख कर बी कर सकते हो दूप दीप अगरवती सरसरो के तेल का दीपक बस माला नहीं है तो हाथो की उँगलियों पर करो आप स्वयं अनुभूत साधना है मेरी यह जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 

इबादत का मंत्र : या ख्वाजा गरीब नवाज़  सरकार अल मदद 

ये अपने आप में चमत्कारिक है और इसका लगातार जाप करने से आप स्वयं पीर का दर्ज हासिल कर सकते है ! एक समय ऐसा आता है की आपको अजमेर शरीफ के मुरीदो के दर्शन प्राप्त होने लगेंगे ! कई मंत्र अआप्को उनसे स्वयं मिलने लगेंगे ! इबादत का रास्ता कठिन ज़रूर है परन्तु निरंतर परिश्रम से आप सिद्ध लोगो के संपर्क में आने लग जायेंगे !

जब जाप समाप्त करके उठने वाले हो तब ख्वाजा साब को इस तरह सलाम पेश करे 

शाहो के शाह को सलाम ,
पीरने पीर को सलाम ,
हिन्दल वली को सलाम 
आपके बुजुर्गाने दीं को सलाम , 
आपके चाहने वालो को सलाम ,
आपके पीर ओ मुर्शिद को सलाम 

यह नज़राना पेश करे आशा करता हूँ बाबा जी आप सब पर किरपा करे और कोई बी करिये करो आप लेकिन अपने इस भाई के लिए बी दुआ करना के मुझ पर बी साधा कृपा बानी रहे तभी आप सभी का मारगदर्शन करता रहुगा सनी शर्मा !



खुद का कष्ट

खुद का कष्ट


साधना विधान कहना आसान है किसी का ट्रीटमेंट करना बहुत मुश्किल है खुद का सच है यह मेरा क्युकी हर एक बार की काट से इफ़ेक्ट आपके ऊपर आता है इसलिए गुरु मंत्र का होना बहुत जी जरूरी होता है क्युकी गुरु बॉडी को भरे कवच और सुरक्षा करता है जैसे की नाथ पंथ मैं सद्गुरु गोरक्षनाथ जी महाराज की सुरक्षा प्रदान होती ! 
गुरु नहीं आपका तो आप अपने इष्टदेव की पूजा किया करो सेवा लगो सच्चे दिल से जब तक आपका काम न हो तब तक आप करो टाइम नहीं बता सकता हूँ लेकिन एक दिन सफलता जरूर मिलगी आपको क्युकी कृपा होने को तो एक दिन मैं बी हो सकती है जरूरी नहीं है सालो लगे इसलिए भगति करो आप सभी मेरा यही सुझाव है ! बाकि आपके इष्टदेव जी की कृपा पर देपेंद करता है कितना टाइम लगता है !क्युकी अधित्यं का रस्ते की मेहनत कबि बी निष्फल नहीं जाती सेवा करते जाओ !




रक्षा सिद्ध हुनमंत बाबा जी का शाबर मंत्र

रक्षा सिद्ध हुनमंत बाबा  जी  का शाबर मंत्र 

यह मंत्र स्वयं मन सिद्ध है लेकिन आपको १ माला जा ११ माला करनी है और मंत्र को कंटष्ट करना है हनमनत बाबा जी के मंदिर मैं जा पर उनके नाम का चोला देना है और उनके चरणों के सिंदूर का सिल्क करके घर पर जा वही पर रुद्राक्ष की माला जा हाथो के उँगलियों पर आपको इस मंत्र का १ जा ११ माला जितना आपको सही लगे जाप करना है मंत्र के जाप के दौरान आपका सर भारी होगा थोड़ा सॉ उस बाद डेली पूजा टाइम मैं आपको ७ बार बोलना है और ७ ही फूक अपने शरीर पर लगनी है तन मन साफ और श्रद्धा भाव के करनी है आपको यह वाले मंत्र पय्रोग क्युकी मैं खुद सिद्ध किया है यह वाला मंत्र गुरु कृपा से आप सभी की सारी मनोकामना पूर्ण हो मैं यही आशा करता हूँ !

शाबर मंत्र 

ॐ नमो बजर का कोठा जिसमें पिंड हमारा पेठा 
ईश्वर की कुंजी भार्मा का ताला मेरे आठो याम का 
यति हनुमंत रखवाला !

यह स्वयं मैं सिद्ध शाबर मंत्र है लेकिन आपको १०८ जाप तो करना है उसके बाद चलेगा यह मंत्र और धुप दीप और ारवती अरु आसान कोई बी हो चलेगा लेकिन धुप दीप और अगवाटि और भोग मैं कुछ न कुछ देना जरूरी होता है जिनके गुरु नहीं वो पाने इष्टद्व की सेवा करते हुई का माला उनके नाम के ले कर फिर इस मंत्र का पय्रोग करे आप इस मंत्र से जाड़ा बी लगा सकते है अलख आदेश सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली जय गुरु गोरखनाथ ! 

गुरु मंत्र मैं ३३ करोड़ देवी देवता का समावेश

गुरु मंत्र मैं ३३ करोड़ देवी देवता का समावेश 

गुरु मंत्र से ऊपर कुछ नहीं होता है यह मेरा स्वयं का अनुभव है मैं आज बी और लगातार जबसे दीक्षित हूँ तब से ले आह कर गुरु मंत्र का सबसे ज्यादा जाप किर्या है गुरु के ज्ञान के अनुसार गुरु ही शिव है तो क्यों न हम शिव बाबा की सेवा ही करे जाने के अपने गुरु जी के सेवा ही करे दुनिया मैं बहुत कुछ है जैसे के तंत्र मंत्र मैं लाखो प्रकार की किरिया है और बहुत से विधान है पर मैं कहु तो गुरु मंत्र मैं बहुत शक्ति होती है गुरु मंत्र कबि बी किसी को नहीं बताना चाहिए सिर्फ अपने गुरु के साथ ही आप अनुभव और जो सीधी प्रदान होती है जा कोई तंत्र मंत्र का मंत्र या कोई किरिया मितली है तो उसको गुरु के साथ ही शेयर करना है आपको और उनसे आगे ले कर ही करना है क्युकी गुरु जी कृपा होने के बाद कोई चीज़ करते हो गुरु को पहले हुकुम लगते है उस चीज़ के फिर वो शक्ति आपके पास आती है यह अनुभव और आनंदित ज्ञान है और शामडी के अवस्ता है जो गुरु कृपा से गुरु जी के आशीर्वाद से बहुत कम शिष्ये को प्रधान की जाती मेरा अनुभव और मेरा ज्ञान मेरे सद्गुरु गोरखनाथ जी महाराज और मेरे गुरु जयदेव नाथ जी अपार कृपा है तंत्र मंत्र यन्त्र और भगति दोनों का सिस्टम अलग है आप पहले समझो फिर ही करो गुरु नहीं है तो क्या करोगे कही फास गए तो कैसे आगे निकलोगे ! जैसे के बच्चे का माँ बाप के बिना कोई वजूद नहीं होता है वैसे ही गुरु बिना गति नहीं है बक्ली आप सभी के सोच और समझ है जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 

गुरु कौन है बाणी

सतनाम आदेश सद्गुरु गोरखनाथ जी को आदेश आदेश 
गुरु मेरा मन मोजी गुरु मेरा मात पिता कह शिव बाणी 
तू जप कर तू तप कर लेके गुरु का नाम शिव की माया 
गुरु की शाया सद्गुरु की बाणी शिष्ये समझे गुरु दी बाणी 
गुरु देवे चेला लेवे गुरु मेरा दानी सत सत नमन सद्गुरु 
महाराज करो मेरा उद्धार कोटि कोटि परनाम शिव गुरु 
गोरक्षनाथ अलख आदेश ९ नाथ संग ८४ सिद्धो के शान 
सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 

नोट:- हर एक शब्द मेरा स्वयं का है मेरे शब्द और मेरी बाणी किसी किताब जा नेट पर नहीं मिलगी क्युकी सद्गुरु की जोत सबके अंदर है दुसरो को मत देखो वो क्या खुद को देखो आप कौन हो क्या करते हो अलख आदेश जय गुरु गोरखनाथ सोच और समझ अपनी अपनी सनी शर्मा कॉपी पेस्ट करने से अच्छा आप प्रक्टिकल करके देखना ! 






Thursday, 22 March 2018

शाबर मंत्र की दुहाई

शाबर मंत्र की दुहाई 

क्यों लगते है एक जैसे शब्द हर के शाबर मंत्र मैं क्युकी सारी की सारी देन दादा गुरु मछिन्दर नाथ और गुरु गोरखनाथ जी की है सबसे ईनो ने ही शाबर मंत्र कोई सिद्ध और स्वयं खुद चलाया है ! मंत्र की लाइन और कुछ शब्द जैसे की मंत्र के पीछे दुहाई लगती है ! वैसे ही गुरु गोरखनाथ और ९ नाथ ८४ सिद्ध महाराज शाबर मंत्र मैं और जगत मैं गुरओ की गादी पर और हर एक नाथ किसी न किसी देव का सवरूप जा आप कह सकते हो रूद्र अवतार है यह सारा मेरा खदु का अध्यन है क्युकी मैं आज तक यह सब कही पढ़ा नहीं है बस मेरे मन और मेरे सद्गुरु गोरखनाथ जी महाराज की कृपा है ! 
ज्ञान देना नहीं देना उस मालिक के हाथ मैं है मैं तो आज बे आपके जैसा हूँ गुरु जी के लिए मैं आज बी बच्चा हूँ और आने वाले १०० सालो तक जब तक मेरी बॉडी मैं प्राण है तब तक मैं उनके लिए बच्चा ही रहुगा ! बात आती है तो स्वयं को जानने की के आप क्या हो और क्या करते हो बस उसी मैं ही सब कुछ शिप वही से रास्ता मिलगा आपको अध्यतम का बहुत से भाई बोलते है गुरु नहीं है तो भाई साब नेट पर गुरु नहीं मिलता है यूट्यूब फेसबुक और ब्लॉग भरा पढ़ा है लेकिन जयदा तर कॉपी पेस्ट है ान्हि किरिया है ज्ञान वही दो जो अपने किया है भूत प्रेत और जिन्नात परी यह सब का क्या करना है कबि न कबि कोई गलती है तब इंसान कही न कही फसता है यह मेरा मानना है इसलिए गुरु पहले इष्टदेव पहले पितरो की सेवा पहले फिर बाकि सब बाद मैं अलख आदेश सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 

Wednesday, 21 March 2018

आसान जाप

आसान जाप 

आसान जाप गुरु की देन और गुरु कृपासे से होता है प्रेतक जाप आसान पर करने से वो शक्ति उसी टाइम आवाहन करती है आपके आसान पर इसलिए गुरु हमेशा यही बोलता है एक आसान पर जाप करो गुरु मंत्र सबके पास नहीं है तो िस्ठदेव की सेवा करो पहले सेवा भाव है सेवा मैं श्रद्धा होनी चाहिए तभी आपका काम होगा जैसे की गुरु परती सही विचारदारा गुरु के परती प्रेम भाव गुरु अच्छा और योगे है यह मत देखो स्वयं को देखो मैं क्या हूँ और क्या कर रहा हूँ तभी आप सफल हो पाओगे तंत्र मंत्र यन्त्र   गुरु कृपा बी तभी होती है जप आपकी सोच मन और विचार धारा सही होगी जब तक विषर और भाव सही नहीं होंगे तभी तक आपका काम नहीं बानगी यह मेरा विश्वास ही नहीं है बल्कि दवा है अब चाहिए आप लोग मुझे गाली ही दे दो मुझे फर्क नहीं पढता है लेकिन मुझे ख़ुशी होती है क्युकी बहुत पोस्टिव रिजल्ट मिलता है १०० के पीछे १० गली दे बी दो तो कोई बात नहीं क्युकी वो १० वही लोग है जिनके धंदे को ठेस पौंचती है ! सत्ये के मार्ग पर चले कर ही आप लोग सफल हो सकते हो गुरु योगे होगा तो शिष्ये बी वो योगये ही लेगा जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 


दिव्य चमत्कारी गुप्त मन्त्र स्वयं अनुभूत गुरु गोरख नाथ जी का मंत्र

दिव्य चमत्कारी गुप्त मन्त्र स्वयं अनुभूत गुरु गोरख नाथ जी का मंत्र 

बहुत ज्यादा कमेंट आने पर दोवारा से लिख कर दे रहा हूँ मैं मंत्र बस जैसे लिखा वैसे ही करना है
आपको और मेरे वीडियो पर कम से कम १००० लाइक और ५०० कमेंट आया तो बाबा काल
भैरो जी की साधना दुगा जो गुप्त है किताब के मंत्र नहीं है यह सब अलख आदेश !!! कमेंट मैं
कृप्या आदेश लिखें !!! अगर आपको अभी बी समझ नहीं आता है मेरा लिखा तो मैं इस मैं कुछ
नहीं कर सकता हूँ मुझे माफ करना आप और हो सके तो पहले मेरे सारे वीडियो देखना आप ! सनी शर्मा

शाबर मंत्र :-- 

ॐ गुरु जी गोरख जती मछेन्द्र का चेला शिव के रूप में दिखे अलबेला कानों कुंडल गले में नादी हाथ त्रिशूल नाथ है आदि अलख पुरुष को करूँ आदेश जन्म जन्म के काटो कलेश भगवा वेश हाथ में खप्पर भैरव शिव का चेला जहाँ जहाँ जाऊं नगर डगर लगे वहां फिर मेला शिव का धुना गोरख तापे काल कंटक थर थर कांपे मेरी रक्षा करे नव नाथ राम दूत हनुमन्त रिद्धि सिद्धि आंगन विराजे माई अन्नपूर्णा सुखवंत शब्द सांचा पिंड कंचा चलो मन्त्र ईश्वरो वाचा !

यह मन्त्र सरल साबर मन्त्र है गोरख जाती का दिव्य साबर मन्त्र है परम दुर्लभ था अभी तक
कभी प्रकट नहीं किया गया! था गुरु शिष्य परम्परा के अंतर्गत पीढ़ी दर पीढ़ी चलता रहा पर 
पर आज से पहले गुप्त ही थाकभी पुस्तकों में प्रकाशित नहीं हुआ आज तक !! हर काम में पढना 
शुभ है ! रोज 11 बार पढ़ें ! फिर देखें गुरु गोरख जती महाराज का चमत्कार !

बात आती है आपके श्रद्धा भाव की मैंने थोड़ी न कुछ करना है कृपा करना उस मालिक का
काम है मैं तो उसका बच्चा हूँ ! आप सभी जैसा ही हूँ मेहनत आपकी अपनी है मैं किसी को देने 
वाल कौन होता हूँ यह सब उस मालिक की कृपा है आप बस करना इसको लेकिन गुरु ,इष्ट,
और पितृ यह सब जरूरी है क्युकी सारी चीज़े इनसे घूम फिरके आती है !इसलिए बोलता हूँ 
गुरु पहले और मेरे मंत्र तंत्र रियल है भाई कोई बी मंत्र डायरेक्ट उठा कर कबि मत करना क्युकी
अगर किसी को कुछ हुआ तो मैं उसके लिए ज़िम्मेदार नहीं हूँ ! वो आपका रिस्क है मेरा काम
देना है बाकि आप गुरु मंत्र चेतन करके कर सकते हो कुछ बी अलख आदेश सनी शर्मा !
स्पेसला ध्यानवाद वीरेन नाथ शंकर जी जिनो ने जन कलियाँ के लिए यह मंत्र दिया आदेश आदेश !

Tuesday, 20 March 2018

तंत्र मैं सुरक्षा

तंत्र मैं सुरक्षा 

आदेश आदेश मैं सनी शर्मा आज फिरसे हाज़िर हूँ वैसे तो आपको बता दो जिनके पास गुरु होता है उनको तो गुरु को तरफ से गुरु मंत्र की सिद्धि पर ही आपको सुरक्षा कवच मिल जाता है लेकिन कबि कबि आप लोग ऐसी साधना करते हो जिस मैं आपको गुरु मंत्र से प्रोक्शन लगाने के एल्वा बाहरी प्रोक्शन के जरूरत पड़ जाती है इन सब मैं बहुत तफ साधनए अति है जैसे के माता मसानी जा मसान जागृत करना है आप लोगो के और कुछ तांत्रिक को मज़ाक लगा है नेट पर देते है ऐसे साधनाये और विधान बिलकुल गलत है गुरु के बिना नहीं होती ऐसे साधनाये तभी आपको यहाँ पर गुरु मंत्र के एल्वा सुरक्षा मंत्र की जरूरत पड़ती है अलग अलग प्रकार से ही आसान को बाँदा जाता है और सुरक्षा गेरा और शरीर कीलीन मंत्र से साडी किरिया की जाती है वैदिक मंत्र सिद्ध होने मैं टाइम लेते है लेकिन शाबर मंत्र जल्दी ही अपना काम और आसान देखते है कुछ दिनों मैं ही पुरनता गुरु पर विश्वास और गुरु वीडिया और गुरु मुखी मंत्र से आपको वो वाला अनुभव होता है यह मेरा स्वयं का विचार है इंसान करने को कुछ बी कर सकता है लेकिन जब ता घीरस्त जीवन और लालसा है तब तक मोक्ष नहीं मिलता है जय हो मेरे सद्गुरु गोरखनाथ जी महाराज तेरी सदा ही जय जैकार सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 

शिव का नाम है सर्व प्रथम शिव का पुत्र जगत जुगति 
सतनाम आदेश सतगुरु जले तेरी नाम की बाती ! 

शाबर और बानी गुरु की देन है मेरे शब्द और मेरी कही बातें किताब मैं नहीं मिलगे क्युकी मैं खुद की सुनता हूँ तभी यहाँ पर कुछ अच्छा लिखने की कोशिश करता हूँ मुझे नहीं पता है आपको सही लगता है जा गलत क्युकी नेट पर बहुत कुछ है भरा पढ़ा है लेकिन गुरु नेट पर नहीं मिलगा आपको अलख आदेश सनी शर्म !


शाबर तन्त्रम सनी शर्मा

शाबर तन्त्रम सनी शर्मा 

गुरु गुरु करदा वे गुरु दे विच समां जा भागता 
तेरा गुरु नाथा दा नाथ बैठे मैदाना करे हंगामा 
देखें सब देव दानव करन विचारा शिवा दा रूप 
शिव दी माया अलख अलख आदेश श्री शम्भू 
यति गोरखनाथ तेरी माया कौन जान पाया तेरा 
चेला सनी तेनू सिमरे बार बार आजा मेरिया नाथा 
करदे सब दे बेड़े पार सद्गुरु गोरखनाथ तेरी सदा 
ही जय जैकार सतनाम आदेश गुरु जी को ! 

मेरा एक बी शब्द किसी बी किताब जा कही से नहीं मिलगा सबसे पहला पोस्ट मेरे ब्लॉग पार होगा उसके बाद आपको कही और से मिलगा यह सब कुछ गुरु कृपा गुरु सिमरन मैं ही गुरु की प्राप्ति है 'गुरु मिलना मुश्किल है गुरु चेला बा भेद सब नहीं जान पते है गुरु पिता सामान होता है गुरु जनि है गुरु को सब पता है के मेरा चेला क्या करता है और कब करता है ! गुरु की माया ज्ञान की खोपड़ी गुरु गोरखनाथ जी महाराज इनसे सब चेले परे है नाद धनी और सिद्ध महा पुरष है मैं तो आज जीरो हूँ जो है मेरा सद्गुरु गोरखनाथ जी महाराज है वो देने वाला है वही लेने वाला है ! इसलिए जिनके गुरु नहीं वो पहले गुरु धारण करो गुरु नेर पर नहीं मिलेगा आपको गुरु तो आपको भगति से मिलगा लगाओ शिव बाबा के आगे फाफयाद तब को लो शिव बाबा का नाम बोलो बाबा जी दो हमे गुरु वही देंगे आपको जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 

नोट:- मेरा काम जान करि देना है मैं यहाँ पर दवा करता हूँ मेरे मंत्र कोई पेस्ट करना है तो कबि बी काम नहीं करेगा वो क्युकी कुछ ऐड नहीं करना है उस मैं नाम मेरा है तो मेरा ही जायगा उस मैं नाम अगर किसी को मेरा कहा मज़ा लगता है तो करके देखो लो मैं बी छोटा सॉ भगत हूँ देखता हूँ मेरा महाराज मेरी सुनता है के सुनता है कॉपी पेस्ट करने से अच्छा आप मेरे दोवारा दी गयी क्रिर्या कोई प्रक्टिकली करके देखना फिर मुझे अपना एक्सपीरियंस बताना ! 






Monday, 19 March 2018

गुरु कृपा कब होती है

गुरु कृपा  कब होती है 

सद्गुरु महाराज की भगति मैं आनद है वो आपको कही नहीं मिलना नहीं है क्युकी हर रात को नया अनुभव और नयी जानकारी मिलती है जिंटा जयदा जाप होगा गुरु मंत्र उतना ही ज्यादा आपको अनुभव और गुरु कृपा के साथ साथ आदशिर्ये शक्ति का पता और उनका अनुभव होता है गुरु तत्व आपके अंदर है गुरु जी जोत बी आपके अंदर ही है बस आपको ढूंढ़ना पढता है उसको क्युकी गुरु मंत्र सबके पास नहीं होता है आजके टाइम मैं बहुत ने तांत्रिक दवा करते है लेकिन दुःख इस बात का हिअ सब चोर बाज़ारी है किसी के पास कुछ नहीं है बस चार कितबे पढ़ कर ज्ञान देना सुरु कर दिया गुरु वो है जो खुद उस मार्ग से निकला हो और वो स्वयं अपने शिष्ये को वह से निकले वो सद्गुरु मुश्किल से मिलता है नेट पर मंत्र कर विधि है एक पोस्ट डालता है सारि जगह पर कॉपी पेस्ट हो जाना है आज मैं कोई नई मंत्र दू यहाँ पर वो घूम फिरके व्हाट्सअप पर मेरा पास ही आ जाना है किसी को ने नाम और नंबर के साथ लकिन मैं बता दू मैं नथो का चेला हूँ मुझे घुमान नहीं है किसी बी बात का बस जो मेरा मंत्र जा मेरी कोई बी किरिया है वो मेरी स्वयं की है कॉपी पेस्ट करेगा जो मरेगा मैं बाबा से प्रे करुगा अगर मेरा मंत्र कॉपी करे कोई बी तांत्रिक हो तो उस पर उस मंत्र का सारा भार जायगे यह मेरा मेरे सद्गुरु गोरखनाथ जी महा को नम्रत के साथ विनती है ! मेरा गुरु मेरी जरूर सुंगा बस जो मैं देता कुछ आप सब प्रैक्टिकल करो न के कॉपी पेस्ट ! और बिना गुरु के कोई बी किरिया नाह करनी है क्युकी बिना गुरु के अनुभव तो होंगे लेकिन आगे का रास्ता नहीं मिलगा सध्गुरु गोरखनाथ जी महाराज को आदेश आदेश सनी शर्मा शिव गोरक्श्धर्म सतनाली ! 


स्वपन सिद्धि अनुभूत साधना हर प्रश्न का उतर

स्वपन सिद्धि अनुभूत साधना हर प्रश्न का उतर 

कोई बी साधना छोटी जा बड़ी नहीं होती है बात अति है आपकी श्रद्धा और भाव की सही रहा तो ही सीधी प्रदान होती है गुरु का काम देना होता है बाकि मेहनत तो आपकी होगी यह साधना मेरी ही नहीं मेरे कही गुरु भाइयों से दोवारा अनुभूत है हर सावन का आंसर स्वपन मैं मिलता है सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! ,ऐसे ही कुछ और भी लोग होंगे जो इस प्रकार की समस्या से उलझ रहे होंगे ! उनकी समस्या को ध्यान में रख कर मैं ये साधना दे रहा हूँ और आशा करता हूँ  कि इस साधना से सब का कल्याण होगा !

।। मन्त्र ।।

ॐ ह्रांग क्लींग रक्तचामुंडे स्वप्ने कथ्य कथ्य शुभाशुभम ॐ फट स्वाहा !


।। विधि ।।


इस साधना को आप किसी भी दिन से शुरू कर सकते हैं ! रात्रि  को सोते समय अपने बिस्तर पर बैठ कर इस मंत्र का 1100 बार जप करें ! माला कोई भी इस्तेमाल कर सकते हैं और यदि माला न हो तो हाथो पर भी  कर सकते हैं ! यह क्रिया 21  दिन करनी हैं और यह साधना पूर्णत: गुप्त रहनी चाहिए ! माता से प्रार्थना करे कि स्वप्न में मुझे दर्शन दे और सिद्धि प्रदान करें ! अंतिम दिन ( 22वे दिन ) किसी कंवारी कन्या को भोजन कराएं और दक्षिणा दें ,मन्त्र सिद्ध हो जाएगा ! कन्या की उम्र 10 साल से कम होनी चाहिए !

।। प्रयोग ।।

 जब भी इस मंत्र का प्रयोग करना हो तो 1100 मंत्र जप अपने बिस्तर पर बैठ कर करें और देवी से प्रार्थना करें , आपको स्वप्न में उत्तर मिल जाएगा ! माँ स्वप्नेश्वरी आप सब पर कृपा करे और आप सब को सिद्धि प्रदान करे ! इसी आशा के साथ की सपनेष्वरी माता रानी आपकी हर एक आशा को पूरा करे और यह सब जाणकालियाँ के लिए है गलत पय्रोग और गलत सोच वाले कबि बी किसी बी साधनं मैं सफल  नहीं होते है क्युकी गुरु कृपा बी सब पर नहीं होती है जिनके गुरु नहीं वो डायरेक्ट नेट से उठा कर कुछ बी मत करना कबि बी क्युकी सफलता इतनी जल्दी नहीं मिलती है बिना गुरु के सबसे पहले आप गुरु धारण करो इष्टदेव की पूजा करो उनकी को गुरु मन लो फिर करो तंत्र मंत्र यन्त्र अलख आदेश सनी शर्मा 
शिव गोरक्षधाम सतनाली !  



Sunday, 18 March 2018

पितृ देवता शांति करवाने का टोटका

पितृ देवता शांति करवाने का टोटका  

यह टोटका मैं किसी भाई के कहने पर दे रहा हूँ आपको यह ७ शनिबार लगातार करना है बिना कोई नागा डाले १ लोटे मैं पानी मैं थोड़ा दूध मिलाना है (कच्चा दूध) और उस मैं थोड़ा लाल सिंदूर मिलाना है आपको और धुर्राब (हरी घास जिसको हम ध्रुब) बोलते है उसको डालना है सुरिये उदय से पहले जा शाम को आपको पीपल के पास जाना है और देसी घी जा फिर तेल जो आपको सही लगे वो दीपक जलाना है और जल पीपल के पेड की जड़ पर चढ़ाना है ! और अपने पितरो को याद करते हुए आपको ७ परिक्रमा करनी है ! सब सही होगा श्रद्धा भाव से करना है और हर अमावस्या को उनके नाम का खाना पहले देना है  सूबा को सुच्चा कहाँ उसके बाद  बाकि सारि फॅमिली खाना बाद मैं खायेगी अलख आदेश सनी शर्मा ! 

नोट:- यह क्रिया अमावस्या वाले दिन कहना जरूर देना है आपको सब सही होगा अलख आदेश सनी शर्मा !!

टोटका तभी काम करता है जप आपका पुरनता रूप से उस शक्ति और अपने गुरु पर विश्वास होता है बिना विध्वस के काम नहीं होता है गुरु कृपा इष्टदेव की कृपा और पितरो के सेवा करते हुए ही आप तंत्र मंत्र की रह को पर कर सकते हो क्युकी बहुत जयदा और कठिन परिश्रमं के बाद ही आपको सफलता मिलती है तभी जा कर आपका काम होता अलख आदेश सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 






पितरो की सेवा विधि

पितरो की सेवा विधि :-

ॐ पित्रादिये नमः |

विधि: शनिवार (जा) (अमावस्या को करना है आपको ) को एक लोटा जल और 5 लड्डू ले कर पीपल के पेड़ के पास जा कर संकल्प बोल कर जल और लड्डू चढ़ा दो और अगले दिन घर पर देसी घी की जोत लगा कर इस मन्त्र की 5 माला (अगर माला नहीं है आपके पास तो  हाथो की उँगलियों पर करना रुद्राक्ष की माला बी चलेगी  ) जप करो और जप के बाद जो 5 लड्डू थे उनमे से थोडा 2 तोड़ कर गोटे (उपले)  की अंगारी बना कर उन पर चढ़ा दो बाकि बचे लड्डू तुम खा लो ! और अपने घर मैं सबो के दोऔर अमावस्या को पितरो के नाम लेना है किसी बी भूके आदमी को पितृ का सवरूप मान कर उनको खाना खिलाना है और दक्षिणा देनी है और आपको उनको वाइट वस्त्र देना है साथ मैं चपले बी  ! और उन से आश्रिबाद लेना है के पितर देव रेहम करो सफलता दो सुख समृधि दो ! 

नोट:- यह क्रिया अमावस्या वाले दिन की जा सकती है सारि की सारि एक दिन मैं ही जा फिर आपको शनिवार से सुरु करना है और ऐतवार तक करना है ! लेकिन याद रहे अमवायसा उतम है अलख आदेश सनी शर्मा !!

टोटका तभी काम करता है जप आपका पुरनता रूप से उस शक्ति और अपने गुरु पर विश्वास होता है बिना विध्वस के काम नहीं होता है गुरु कृपा इष्टदेव की कृपा और पितरो के सेवा करते हुए ही आप तंत्र मंत्र की रह को पर कर सकते हो क्युकी बहुत जयदा और कठिन परिश्रमं के बाद ही आपको सफलता मिलती है तभी जा कर आपका काम होता अलख आदेश सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 







गुरु का बास

गुरु का बास

गुरु आपकी चेतना है गुरु आपके भीतर है गुरु मंत्र का जाप करने से गुरु अपने अंदर ही बास करता है क्युकी खुली आँखों से कुछ नहीं दिखाई देता है गुरु को तो ढूंढ़ना पढता है गुरु बिना कुछ नहीं है गुरु ज्ञान है गुरु ही शिव है ! गुरु मनरा आपका रक्षा कवच है गुरुबिना साधना मैं सफलता नहीं मिल सकती है तंत्र मंत्र यन्त्र की रह पर चलना है तो गुरु धारण करो पहले आप गुरु को आप पैसे से नहीं खरीद कस्ते हो गुरु आपकी भगति है और बहगति से ही गुरु मिलता है गुरु ज्ञान बी गुप्त होता है वो ज्ञान किसी किसी शिष्ये को मिलता है और हर एक तंत्री किरिया है एक सूट नहीं करती है क्युकी क्या पता कृपा देवी की होनी हो आप पर और भगति आप देव की करते हो इसलिए गुरु जी जरूर यहाँ पढ़ती है नेट पर मंत्र मिल सकते है नेट पर अधूरा ज्ञान मिल सकता है गुरु नहीं शिव जी की भगति करो आप सभी उनका नाम लो वही गुरु देंगे आपको नहीं तो अपने इष्ट दे को गुरु मन कर १२५००० का जाप करो फिर उतरो तंत्र मंत्र के जगत मैं ११०% पहली बार मैं हर साधना सफल होगी आपकी मैं आपका सनी शर्मा अलख आदेश शिव गोरक्षधाम सतनाली ! जय हो मेरे सद्गुरु गोरखनाथ जी महाराज तेरी सदा ही जय जैकार ! 


Saturday, 17 March 2018

गुरु गोरखनाथ जी की बाणी



गुरु गोरखनाथ जी की बाणी

सतनाम आदेश सद्गुरु जी को आदेश आदेश 

योगी योगी महायोगी शिव का रूप रूद्र योगी 
मछिन्दर का चेला देखने अल्वेला ९  दी  नाथा 
शान बैठे धुनें दे नाल सत्ये फुरे सत्ये  वाचा फुरे
सनी सिरमे सद्गुरु गोरखनाथ आजा चढ़ मेरी 
जुबान करदे बेड़े पार तू गुरुआ दा गुरु तेरी सुने 
जगत बेहाल ॐ शिव गुरु गोरक्षनाथ तेरी 
सदा ही जय जैकार सतनाम आदेश गुरु जी को !
सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 

मेरे शब्द मेरी गुरु की बानी है क्युकी मेरा गुरु ही मेरे लिए सब कुछ है गुरु बिना मैं जीरो हूँ गुरु नहीं तो मैं किसी का क्या मार्गदर्श करुगा गुरु ही करने वाला है वही देने वाला है गुरु मंत्र का जाप गुरु के नाम की जोट जलाओ अपने अंदर आप सभी क्युकी गुरु कृपा से बाद ही आपकी हर पुकार और हर बाधा का जबाब गुरु जी के आवाज़ से मिलगा वो आवाज़ आंतरिक हो सकती है जय इशारा बी हो सकता है लेकिन सद्बुद्धि और ज्ञान गुरु की देन है ! गुरु नहीं है इष्टदेव की इतनी सेवा करो वो खुद ही आपके गुरु बन जाये मेरा काम सही जानकी देना है मैं किसी को भर्मित नहीं करता हूँ क्युकी पहले खुद करता हूँ फिर आपको देना हूँ जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 

नोट:- कल को मेरी जो बी क्रिया या तंत्र मंत्र दिया जयदा उसको कॉपी और अपनी विधि और चेंज मत क्युकी  क्युकी मैं हुकुम से ही देना हूँ मालिक के हुकुम से और मेरे मुख से दी हुयी ही मेरी चीज़ काम करेंगे यह मेरे सद्गुरु के वचन है चाहे तो अपना कर देख लो आप क्युकी मेरे से बात करेगा जप कोई उसको मैं उपाय दुगा तभी काम करेगा ऐसे डायरेक्ट नहीं क्युकी जन कलियाँ करना है जन का नस नहीं और आप सभी यह मत सोचना मैं आपसे पैसे लगा टोटली फ्री है सेवा करो बस मेरे लिए बी कबि दुआ करना के हमारे पीछे उस बन्दे का बी बहला हो जय गुरु गोरखनाथ ! मेरी कोई बी किरिया किताब से मैच नहीं होगी ने ही नेट पार मिलगे लेकिन यहाँ पार मैं वही चीज़ दुगा जो जन के लिए सही है ! 






गुरु गोरखनाथ जी की बाणी

गुरु गोरखनाथ जी की बाणी

सतनाम आदेश सद्गुरु जी को आदेश आदेश 
सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली !

गुरु गोरखनाथ जी की माया 

सद्गुरु मेरा मन मोजी नाथ दी टोली 
नाथ दा  चिमटा क्षण-२ करदा नाथा 
दा मेला शिव अल्वेला विच बैठे मेरा नाथ 
सनी है बचरा तेरा लादे ओदे  बेड़े पार तू पीरा 
दा पीर  मुंद्रा वाले बाबा एक हाथ त्रिसूल मोडे
झोली भगवा बेस ॐ शिव गुरु गोरक्षनाथ 
सदा चार ९ नाथ ८४ सिद्ध महाराज 
करो क़बूल मेनू गुलाम जय जय शिव अधिकार -३
सतनाम आदेश सद्गुरु को ! 


यह शब्द मेरे है किसी किताब से नहीं है भगति से ऊपर कुछ नहीं देने वाला बी वही है लेने वाला बी वही है इसलिए गुरु सबसे पहले है गुरु बिना ज्ञान नहीं है गुरु नहीं है इष्टदेव की पूजा करो इतनी करो के वही गुरु बन जाये प्रैक्टिस से ह तंत्र मंत्र की किरिया की जा सकती है किताब से नहीं है क्युकी तंत्र मैंट के बाण बी बंदूक की तरह है सामने वाले के पास बी गन है आपके पास बी डायरेक्ट उसके सामने गए तो आपको मार देगा और आपका निशाना चूका तो आप वैसे मार जाओगे बाकि मेरी भाई और बेहेन मेरे से जयदा पढ़े लिखे हो आप सभी मैं कुछ बी नै हूँ आपदके सामने लेकिन जो कुछ देता हूँ अपने अनुभव के आधार पर देना हूँ क्युकी मेरा काम सत्ये की रह पर चलना है जूथ बोलता नहीं हूँ करने वाला मेरा मालिक  है मैं थोड़ी न कुछ करुगा मैं तो फर्याद लगा सकता हूँ बाकि मेरे सद्गुरु महाराज की मर्जी जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! याद रहे मेरे पोस्ट कॉपी मत करना हो सकते तो डायरेक्ट जाप करना ११०% कोशिश करुगा जो आपके कबि किताब जा नेट पर सुना होगा वही फील करवा देना मेरा मालिक करने से पहले एक बार मेरे से बात जरूर करना और हो सकते तो मेरे हर एक चॅनेल पर विजिट करना फिर ही सुरु करना है जय जय गुरु गोरखनाथ !




Friday, 16 March 2018

धन लाभ के लिये हनुमान जी का शक्तिशाली मन्त्र प्रयोग

साधना सफलता के लिए गुरु मंत्र का चेतन होना बहुत ही जरूरी होता है बिना गुरु के साधना सफल नहीं होती ही और बिना गुरु के आपको अगर कुछ करना है तो भगति करो क्युकी तांत्रिक किरिया का इफ़ेक्ट आपकी बॉडी पर आता है गुरु नहीं होगा तो आपकी रक्षा कौन करेगा इसलिए जितनी बी क्रिर्या है नेट पर मेरी ही नहीं किसी बी भाई ने डाली है आप सभी पहले गुरु धारण करो उसके बाद गुरु मंत्र को चेतन करो फिर से करो तांत्रिक किरिया को अलख आदेश सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 

धन लाभ के लिये हनुमान जी का शक्तिशाली मन्त्र प्रयोग

आज मैं उन मित्रों के लिये मंत्र लिख रहा हु जिनको लगता है की दुकान का काम बांध दिया गया है या किसी ने कोई टुना टोटका कर दिया है . दुकान से आमदानी कम हो रही है या ग्राहक नहीं आते तो प्यारे इस दिव्य मंत्र का प्रयोग आपके लिये सफलता दाई होगा ये मेरा विश्वास है क्योंकि इस मंत्र को खुद मैने अनेक बार प्रयोग किया है यदि हो सके तो सामने हनुमंत शक्ति यन्त्र लकडी की चोकी पर रख लेवे ! विधि जैसे बताई है वैसे ही आपको करना है चोला देना जरूरी है गुरु कृपा वाले ही तंत्र मंत्र करे जिनके गुरु नहीं वो आपके इष्टदेव की सेवा करो फिर हुकुम होंगे तभी चलना इस रस्ते पर अलख आदेश जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली

शाबर मंत्र

औम नमो हनुमंत वीर ,रखो हद थिर ,
करो यह काम वैपार बढेतन्तर दूर हो
टुना टूटे ग्राहक बढे ,काराज सिद्ध होये 
न होये तो माता अंजनी की आन …!

विधि – एक मीटर सूती कपडा लेवे उसमे काले तिल रखे और उस पर घी का दीपक जला के रख देवे दीपक के सामने 7 लॉन्ग 7 इलाची ,7 सुपारी रख ले अब इस मन्त्र का जाप करे जितना हो सके . अगले दिन तिल तो बाहर फेंक देवे और बाकी सामन को तिजोरी मे रख लेवे ये प्रयोग रात को करे दुकान वैपार मे लाभ होगा फिर हर रोज इस मन्त्र का जाप अपनी दुकान मे 5 मिनट हर रोज करते रहे। तो सब विघन बाधाओं का नाश हो कर धन लाभ होगा प्रत्येक मंगलवार को हनुमान जी को इस मंत्र का जाप करते हुए 2 लद्दू 1 मिठापान चढाते रहें तो हनुमान जी की कृपा सदा बनी रहेगी ! बाबा जी का जब बी नाम लो तो सबसे पहले शिव बाबा और राम बाबा दोनों का नाम लेना जरूरी है अलख आदेश जय गुरु गोरखनाथ ! 


सिद्ध योग बाबा बालकनाथ जी कृपा साधना

सिद्ध योग बाबा बालकनाथ जी कृपा साधना आदेश आदेश मैं आपका सनी शर्मा फिर से हाज़िर हूँ एक बार नई साधना के साथ यह शब्द देखने मैं चाहिए कुछ बी ...