गुरु गोरखनाथ शाबर मंत्र : –
यह गुरु गोरखनाथ जी का एक शक्तिशाली मंत्र है | यह मंत्र गुरु गोरखनाथ द्वारा सिद्ध होने के कारण तुरंत प्रभाव दिखता है | इस मंत्र का प्रयोग किसी भी व्यक्ति पर किये-कराये व सभी प्रकार के वशीकरण के प्रभाव को खत्म करने के लिए किया जा सकता है |
गुरु गोरखनाथ शाबर मंत्र
ॐ वज्र में कोठा, वज्र में ताला
वज्र में बंध्या दस्ते द्वारा
तहां वज्र का लग्या किवाड़ा
वज्र में चौखट, वज्र में कील
जहां से आय, तहां ही जावे
जाने भेजा, जांकू खाए
हमको फेर न सूरत दिखाए
हाथ कूँ, नाक कूँ, सिर कूँ
पीठ कूँ, कमर कूँ, छाती कूँ
जो जोखो पहुंचाए
तो गुरु गोरखनाथ की आज्ञा फुरे
मेरी भक्ति गुरु की शक्ति
फुरो मंत्र इश्वरोवाचा ||
सिद्धि विधि :- किसी शुभ दिन पर करना है कैसे होली नवराति और ग्रहण काल मैं २१ दिन जाप करना है डेली १,३,,५,७ जा ११ माला करो रुद्राक्ष की माला के साथ भोग मैं जो आपको सही लगे वो दो लेकिन सात्विक भोग देना है और लास्ट मैं १ माला का हवन देना है ! उसके बाद आप मंत्र को चला कर देखो जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली !
मंत्र प्रयोग विधि : –
सात कुओं से जल लाकर इस जल को एक पात्र में एकत्रित कर रोगी को स्नान कराये | रोगी को स्नान कराते समय उपरोक्त मंत्र का उच्चारण करते रहे | वशीकरण व किये-कराये के प्रभाव से रोगी को तुरंत आराम मिलेगा !
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यह गुरु गोरखनाथ जी का एक शक्तिशाली मंत्र है | यह मंत्र गुरु गोरखनाथ द्वारा सिद्ध होने के कारण तुरंत प्रभाव दिखता है | इस मंत्र का प्रयोग किसी भी व्यक्ति पर किये-कराये व सभी प्रकार के वशीकरण के प्रभाव को खत्म करने के लिए किया जा सकता है |
गुरु गोरखनाथ शाबर मंत्र
ॐ वज्र में कोठा, वज्र में ताला
वज्र में बंध्या दस्ते द्वारा
तहां वज्र का लग्या किवाड़ा
वज्र में चौखट, वज्र में कील
जहां से आय, तहां ही जावे
जाने भेजा, जांकू खाए
हमको फेर न सूरत दिखाए
हाथ कूँ, नाक कूँ, सिर कूँ
पीठ कूँ, कमर कूँ, छाती कूँ
जो जोखो पहुंचाए
तो गुरु गोरखनाथ की आज्ञा फुरे
मेरी भक्ति गुरु की शक्ति
फुरो मंत्र इश्वरोवाचा ||
सिद्धि विधि :- किसी शुभ दिन पर करना है कैसे होली नवराति और ग्रहण काल मैं २१ दिन जाप करना है डेली १,३,,५,७ जा ११ माला करो रुद्राक्ष की माला के साथ भोग मैं जो आपको सही लगे वो दो लेकिन सात्विक भोग देना है और लास्ट मैं १ माला का हवन देना है ! उसके बाद आप मंत्र को चला कर देखो जय गुरु गोरखनाथ सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली !
मंत्र प्रयोग विधि : –
सात कुओं से जल लाकर इस जल को एक पात्र में एकत्रित कर रोगी को स्नान कराये | रोगी को स्नान कराते समय उपरोक्त मंत्र का उच्चारण करते रहे | वशीकरण व किये-कराये के प्रभाव से रोगी को तुरंत आराम मिलेगा !
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आदेश गुरु।
ReplyDeleteजय शिवशंकर ।
जय गुरु गोरखनाथ।