बीज मंत्र मैं शक्ति का बास है
बहुत से मंत्र और तंत्र की किरिया नेट पर है लेकिन आप सभी को बता दू मंत्र शक्ति का बास बीज मंत्र मैं होता है जैसे के उद्धरण के लिए आपको बात दू मैं
मंत्र का जाप चाहे आप
ॐ क्रीं क्रीं क्रीं हलीं ह्रीं खं स्फोटय क्रीं क्रीं क्रीं फट
अथवा
ॐ क्रीं
जा फिर
क्रीं
अब बात आती है बीज हर जगह है इसलिए मंत्र चाहे कोई बी हो काम बीज करता है सो अगर आप बीज मंत्र का जाप बी करते हो डेली सवा घंटा तो उसके बाद आपको जो अनुभव होगा और आपको तंत्र क्या है क्यों किया जाता है और धीरे धरे आपकी वो नज़र खुलगी और एक दिन ऐसा आएगा एक आपको भूत और भिवष्ये काल की बातें पता चलेगा यह सब कुछ आपको तभी अनुभव होगा जब आपके कर्म और माता पिता की सेवा और सोच और समझ सही होगी जान के हित मैं रह करो करोगे तो १०१% गारंटी है मेरी आपको सफलता जरूर मिलगी स्वार्थ के लिए किया करने कबि पूर्ण नहीं होता है गुरु प्रति आपका भाव सही होना चाहिए और गुरु की आगे के पालना करते हुऐ अब सबकुछ करो क्युकी जिसके हाथ मैं आपकी ढोर होती है वो सब कुछ जनता है ! जैसे की बाप को पता है मेरा बीटा क्या कर सकता है इसलिए बाप के साथ कबि देगा नहीं करनी है गुरु और माता पिता सब एक सामान होते है बस आप भजन करो सिमरन करो गुरु का नाम लो बस यह सब कुछ मैंने आपको बताने के लिए लिखा है इसलिए गुरु का नाम सबसे पहले इष्टदेव की पूजा करो और सेवा के बाद ही नेट पर उठा कर कोई किरिया करो अलख आदेश सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली !
नोट :- मेरा काम देना है करना तो अपने है जय गुरु गोरखनाथ !
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